सूरत: गुजरात के सूरत जिले में मंगलवार को अपने घर भेजने की मांग करते हुए सैकड़ों प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए और उन्होंने एक इलाके में निर्माणाधीन एक इमारत में तोड़फोड़ की तथा कुछ वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने कहा कि सूरत के खजोद इलाके में डायमंड बोर्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण ठेकेदारों ने इन मजदूरों को काम पर लगाया था।
पुलिस उपायुक्त (जोन-3) विधि चौधरी ने कहा कि जब मजदूरों को पता चला कि उनके ठेकेदार जिला कलेक्टर की अनुमति लेकर निर्माण कार्य को तेज करने के लिए गुजरात के अन्य हिस्सों से और मजदूरों को लेकर आए हैं, तो प्रवासी श्रमिकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
चौधरी ने कहा, ‘‘वे निर्माण स्थल पर बाहर से आए मजदूरों को देखकर नाराज हो गए। उन्होंने दावा किया कि ये बाहरी लोग कोरोना वायरस का संक्रमण फैला सकते हैं। इसके बाद इन लोगों ने मांग करनी शुरू कर दी कि जब बाहर से यहां मजदूरों को लाने की अनुमति मिल सकती है तो वे हमें अपने गांव जाने की इजाजत क्यों नहीं दे सकते। इसके बाद हिंसक माहौल हो गया।’’
उन्होंने कहा कि नाराज मजदूरों ने निर्माणाधीन स्थल के प्रशासनिक कार्यालय और पास में खड़ी दो कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।’’
इससे पहले सुबह एक अलग घटना में कुछ स्थानीय लोगों ने सूरत के डिंडोली इलाके में लॉकडाउन का पालन कराने की कोशिश कर रहे सुरक्षा बलों पर कथित तौर पर पत्थर फेंके, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस उपाधीक्षक (जोन-1) आर पी बरोट ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों पर हमले के मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है।