अहमदाबाद: गुजरात के जूनागढ़ जिले से एक शर्मसार करके रख देने वाली खबर सामने आई है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, एक मदरसे के 25 साल के मौलवी को कम से कम 10 नाबालिग छात्रों के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जूनागढ़ जिला पुलिस ने सोमवार को इस केस के बारे में बताते हुए एक बयान में कहा कि मौलवी (शिक्षक) के अलावा पुलिस ने उसके खिलाफ छात्रों की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने के आरोप में मदरसे के 55 साल के ट्रस्टी को भी गिरफ्तार किया है।
सूरत में अपने ठिकाने से पकड़ा गया मौलवी
पुलिस के बयान के मुताबिक, मौलवी को सूरत में उसके ठिकाने से पकड़ा गया, जबकि मदरसा ट्रस्टी को रविवार को जूनागढ़ में एक स्थान से पकड़ा गया। इसके मुताबिक, 17 साल के लड़के की शिकायत के आधार पर, मंगरोल पुलिस ने रविवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 377 (अप्राकृतिक संभोग), 323 (हमला), 506-2 (आपराधिक धमकी) और POCSO एक्ट के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत FIR दर्ज की है। जूनागढ़ के पुलिस अधीक्षक हर्षद मेहता ने मदरसे का दौरा किया और छात्रों के माता-पिता को पुलिस की ओर से निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया ।
मुम्ब्रा अदालत ने एक मौलवी को सुनाई थी सजा
बता दें कि अगस्त में ही ठाणे की एक विशेष पॉक्सो अदालत ने मुम्ब्रा के एक मदरसे के मौलवी को 5 साल की लड़की का यौन उत्पीड़न करने के जुर्म में 5 साल के कठोर कारावास की सजा सुनायी थी। स्पेशल POCSO कोर्ट के जज वी. वी. विरकार ने मौलवी मोहम्मद सरताज शेख पर इस अपराध को लेकर 5000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। यह वारदात 16 नवंबर, 2017 को हुई थी। एक अधिकारी ने कहा, ‘वह मदरसे में अरबी पढ़ाता था। उसने लड़की को गलत ढंग से छुआ और भाग गया। लड़की ने अपने माता-पिता से पेट में दर्द की शिकायत की और उन्हें आपबीती बतायी जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।’