कच्छ: एशिया के सबसे बड़े घास के मैदान में भयवाह आग लगी हुई है। आग लगने की वजह से धुएं का गुबार काफी ऊपर तक उठ रहा है, जिसे दूर से ही देखा जा सकता है। आग इतनी भयावह है कि लपटें दूर से ही दिख रही हैं। ये भयावह आग कच्छ के बन्नी इलाके में स्थित एशिया के सबसे बड़े घास के मैदान में लगी हुई है। बता दें कि इस इलाके में गर्मी के मौसम में पशु घास चरने के लिए आते रहते हैं। ऐसे में पशुओं के लिए ये आग काफी नुकसानदायक साबित होगी।
घास के मैदान को नुकसान
दरअसल, कच्छ के बन्नी इलाके में एशिया का सबसे बड़ा बन्नी घासिया मैदान है। यहां पशुओं के लिए सबसे बेहतरीन घासें होती हैं। बन्नी इलाके में सबसे ज्यादा लोग पशुपालन के व्यवसाय साथ जुड़े हुए हैं। जिस कारण जब मालधारी लोग पशु को चरने भेजते हैं तब ये खाना और चाय बनाते समय आग लगा देते हैं। इस कारण से घासिया मैदान में आग लग जाती है। आग लगने ऐसी कई घटनाएं सामने आती रहती हैं। आग लगने पर इन इलाकों में फायर फाइटर भी नहीं पहुंच पाते। जिस कारण घास को बहुत नुकसान पहुंचता है। वहीं गर्मी के मौसम में पशुओं को घास भी नहीं मिल पाती।
पशुओं के चारे की किल्लत
कच्छ के भूज तहसील मे आने वाले बन्नी इलाके में फायर फाइटरों की भी बहुत कमी है, जिस कारण घासिया मैदान में आग लगने के समय फायर टीम पहुंच नहीं पाती। इस वजह से घासिया मैदान में घासें जलकर बर्बाद हो जाती हैं। फॉरेस्ट विभाग के बन्नी ग्रासलेंड फॉरेस्ट की निगरानी में ये जंगल आता है, लेकिन एशिया का सबसे बड़ा घासिया मैदान होने के बावजूद भी यहां आग बुझाने की व्यवस्था नहीं की गई है। आने वाले गर्मी के दिनों में पशुओं के लिए घास मिल सके इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। फिलहाल अभी भी इस आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
(कच्छ से अली मोहम्मद चाकी की रिपोर्ट)
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