सूरतः गुजरात में साइबर क्राइम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसकी वजह से लोगों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ अपनी जान तक देनी पड़ रही है। एक ऐसा ही मामला सूरत में सामने आया है। यहां सोशल मीडिया के जरिये 23 वर्षीय युवक को अश्लील वीडियो कॉल करके ठगों ने अपने जाल में फंसा लिया और ब्लैकमेलिंग किया। आखिरकार बदनामी के डर से युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में नाबालिग सहित दो लोगो को हिरासत में लिया है।
'परी' नाम से बनाया था फेक अकाउंट
गिरफ्तार किया गया आरोपी राजस्थान के अलवर का रहने वाला है। इसका नाम बरकत अली है। लेकिन सोशल मीडिया पर यह लोगों के लिए 'परी' है और इस परी ने कई लोगो को अब तक अपने जाल में फंसा चुका है। सूरत के कतारगाम इलाके में रहनेवाले एक 23 वर्षीय युवक को भी इस परी ने व्हाट्सएप कॉल के जरिये संपर्क किया। दोनों में बातचीत हुई फिर वीडियो कॉल किया।
युवक से ठग लिए 9 हजार रुपये
वीडियो कॉल के बाद लड़के को उसका एक वीडियो आया जिसमें वो न्यूड चैट करते नजर आ रहा था। इसके बाद इस परी ने उसको ब्लैकमेलिंग करना शुरू कर दिया। पैसे न देने पर उसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल करने की धमकी दिया। पहले 4500 रुपये फिर 3500 रुपये ले लिए और लगातार और पैसे को लेकर धमका रहे थे। युवक ने आखिरकार बदनामी के डर से 9 सितम्बर को अपने घर में पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली।
युवक ने बदनामी के डर से किया सुसाइड
अनुपम सिंह गहलोत (पुलिस आयुक्त-सूरत) ने बताया सामान्य परिवार और शांत स्वभाव के लड़के की सुसाइड पुलिस के लिए गुत्थी बन गयी थी। आखिरकार परिजनों ने उसके मोबाइल फ़ोन को खंगाला तो पता चला कि उसके व्हाट्सएप में परी नाम प्रोफ़ाइल है जिससे उसकी बातचीत हो रही थी। चैट में उसके न्यूड फोटो और वीडियो कॉल थे। पैसे को लेकर ब्लैकमेल किया जा रहा था। परिजनी ने पुलिस से संपर्क कर इसकी जानकारी दी।
कैसे करते थे ब्लैकमेलिंग
सूरत पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि ये लोग लड़कियों का प्रोफाइल बनाकर सोशल मीडिया पर भेजते हैं। अगर कोई उनसे संपर्क करता है तो वीडियो कॉल के माध्यम से अश्लील वीडियो बताया जाता था और उनका दूसरे मोबाइल से रिकॉर्डिंग कर लेते थे। रिकॉर्डिंग करने के बाद धमकाना शुरू कर देते थे। ये लोग कहते थे कि अगर पैसे नहीं देंगे तो आपका वीडियो आपके घर वाले को भेज देंगे, सोशल मीडिया में वायरल कर देंगे।
जांच में पुलिस के हाथ लगा बड़ा सुराग
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तफ्तीश शुरू की और परी की तलाश करते हुए राजस्थान के अलवर पहुंची। पांच दिनों तक रेकी की और आखिरकार परी उर्फ बरकत अली को धर दबोचा। इस मामले में सिम कार्ड उपलब्ध करवाने वाले एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया है। सूरत पुलिस ऐसे ट्रैप में फंसने वाले लोगो से भी अपील कर रही है कि ब्लैकमेलिंग का शिकार न बने और पुलिस से संपर्क करें। पुलिस गुप्त उसका नाम रखकर जांच करेगी और उसको ऐसे ब्लैकमेलरों से बचाएगी।
रिपोर्ट- शैलेष चांपानेरिया