देश में लोकसभा चुनाव को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन गुजरात में बीजेपी के मजबूत गढ़ वडोदरा में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा। यहां से बीजेपी की मौजूदा सांसद रंजनबेन भट्ट ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि मैं रंजनबेन धनंजय भट्ट अपने निजी कारणों से लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा व्यक्त कर रही हूं।
PM मोदी के सीट खाली करने पर रंजनबेन को मिला था मौका
लोकसभा चुनाव के लिए रंजनबेन को तीसरी बार इस सीट से टिकट दिया गया था लेकिन अब उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है। वह 2 बार यहां से सांसद हैं। रंजनबेन भट्ट 2014 में उपचुनावों में वडोदरा से पहली बार सांसद चुनी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वडोदरा के साथ वाराणसी से जीते थे। बाद में उन्होंने वडोदरा सीट खाली की थी। इसके बाद रंजनबेन भट्ट को मौका मिला था। पार्टी ने उन्हें 2019 में फिर टिकट दिया था। तब भी वह बड़े मार्जिन से जीती थीं। इसके बाद पाटी ने उन्हें तीसरी बार फिर टिकट दिया था लेकिन रंजनबेन भट्ट ने 23 मार्च की सुबह 10:22 मिनट सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव लड़ने से मनाकर दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा है, ''मैं, रंजनबेन धनंजय भट्ट, अपने व्यक्तिगत कारणों से लोकसभा चुनाव 2024 लड़ने की इच्छुक नहीं हूं।''
'पीएम मोदी से दिक्कत नहीं, लेकिन रंजनबेन मंजूर नहीं'
बता दें कि रंजनबेन को तीसरी बार टिकट मिलने पर पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. ज्योति पंड्या ने उनका विरोध किया था। रंजनबेन की उम्मीदवारी के विरोध के बाद अब शहर में पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें पीएम मोदी से स्नेह की बात कहते हुए रंजनबेन की उम्मीदवारी का विरोध किया। वडोदरा में बीजेपी विधायक केतन इनामदार के इस्तीफा वापस लेने के बाद अब पोस्टर वॉर भी सामने आया। राजस्थान में वंसुधरा राजे सिंधिया के विरोध की तर्ज पर गुमनाम पोस्टर लगाए गए हैं। इनमें 'पीएम मोदी से कोई दिक्कत नहीं, लेकिन रंजनबेन मंजूर नहीं' के स्लोगन लिखे हुए थे।
बीजेपी ने गुजरात की 26 लोकसभा सीटों में 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए हैं। पार्टी ने अभी चार महिलाओं को टिकट दिया है इनमें रंजनबेन का नाम भी शामिल था।