सूरत: कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि सूरत लोकसभा सीट से उसके उम्मीदवार नीलेश कुम्भाणी संपर्क में नहीं हैं। नामांकन पत्र में 'विसंगतियों' के कारण कुम्भाणी की उम्मीदवारी खारिज कर दी गई थी। अटकले हैं कि वह जल्द ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे। कांग्रेस की सूरत इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश सावलिया के नेतृत्व में स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुना गाम इलाके में कुम्भाणी के बंद घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, उन्हें गद्दार कहा और उन पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता ने कहा संपर्क में नहीं है कुम्भाणी
कांग्रेस नेता असलम साइकिलवाला ने कहा, "कुम्भाणी 21 अप्रैल की दोपहर तक मेरे संपर्क में थे। उसके बाद, उन्होंने अपना फोन बंद कर लिया और अब संपर्क में नहीं हैं। आज जब हमारे नेता उनके घर गये तो पता चला कि वह ताला लगाकर अपने पूरे परिवार के साथ किसी अज्ञात स्थान पर चले गये हैं।
बीजेपी की मदद करने का लगाया आरोप
नामांकन खारिज होने के बाद उन्होंने मीडिया से भी बात नहीं की। साइकिलवाला ने कहा, "इससे साबित होता है कि वह (भाजपा की मदद करने के लिए) अपने ही नामांकन को अमान्य किये जाने की योजना का हिस्सा थे। अगर वह पीड़ित होते तो उन्होंने मीडिया से बात की होती। इसके बजाय, वह रविवार को कलेक्टर कार्यालय के पीछे से भाग गए। वह किसी भी कांग्रेस नेता के संपर्क में नहीं हैं। ऐसी अटकलें हैं कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे।
बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) समेत अन्य सभी उम्मीदवारों के नामांकन वापस लेने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुकेश दलाल को सोमवार को सूरत से निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। गुजरात की सभी 26 सीटों पर 7 मई को एक ही चरण में मतदान होगा। आम चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे।
इनपुट-भाषा