गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर के पास सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए शनिवार को अभियान चलाया गया। अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान 135 लोगों को हिरासत में लिया गया। प्रशासन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सैकड़ों पुलिस कर्मियों को किया गया तैनात
जिला प्रशासन ने एक बयान में कहा कि सोमनाथ मंदिर स्थल, वेरावल के प्रभास पाटन में सरकारी भूमि पर अनधिकृत संरचनाओं को हटाने के लिए चलाए गए अभियान के लिए सैकड़ों पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।
320 करोड़ आंकी गई जमीन की कीमत
गिर सोमनाथ के कलेक्टर दिग्विजय सिंह जडेजा ने कहा, 'नौ धार्मिक स्थल और 45 कमरों का इस्तेमाल मुसाफिर खाने के तौर पर किया जा रहा था। जमीन की कीमत 320 करोड़ रुपये आंकी गई है। हमने नोटिस जारी किए हैं और उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला। शनिवार सुबह-सुबह तोड़फोड़ अभियान शुरू हुआ और हमने 102 एकड़ जमीन को खाली करा लिया है। दो दिनों के भीतर जमीन को खाली करा देंगे।'
52 ट्रैक्टर 58 बुलडोजर की मदद से खाली कराया गया
प्रशासन की ओर से कहा गया कि इस काम में 52 ट्रैक्टरों, 58 बुलडोजरों, दो हाइड्रा क्रेनों, पांच ट्रक, दो एम्बुलेंस और तीन दमकल गाड़ियों को शामिल किया गया। सीनिय पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ 788 पुलिस कर्मियों और राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) के जवानों को तैनात किया गया था।
135 हिरासत में
इस मौके पर तीन पुलिस अधीक्षक, चार पुलिस उपाधीक्षक, 12 निरीक्षक, 24 उपनिरीक्षक, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, उप-मंडल मजिस्ट्रेट और कार्यपालक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे। गिर सोमनाथ के एसपी मनोहर सिंह जडेजा ने बताया, 'अभियान के तहत करीब 135 लोगों को हिरासत में लिया गया।' इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है।