गुजरात में बुधवार को भारी बारिश हुई जिसके कारण नदियों में जलस्तर बढ़ गया और बांधों से पानी बाहर आने लगा। इससे राज्य के कई हिस्से जलमग्न हो गए और कई गांवों का संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि सुबह से वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद जैसे गुजरात के जिलों में भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया जिसके कारण अधिकारियों को कुछ जगहों पर स्कूल एवं कॉलेज में अवकाश घोषित करना पड़ा। इसके अलावा, कुछ इलाकों में रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं।
क्या बोले अधिकारी?
राज्य के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे के दौरान गुजरात के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है। हमने इस अवधि के दौरान 826 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमने प्रभावित जिलों में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 20 टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 11 टीम तैनात की हैं।’’ उन्होंने कहा कि व्यापक बारिश और कई जिलों के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी अत्यधिक भारी बारिश के ‘रेड अलर्ट’ के मद्देनजर, स्थिति पर नजर रखने और फंसे हुए लोगों की मदद के लिए नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
54 फीसदी भर चुका है सरदार सरोवर बांध
पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी 206 प्रमुख बांधों में पानी का ताजा प्रवाह हो रहा है और गुजरात का सबसे बड़ा सरदार सरोवर बांध अब 54 प्रतिशत भर चुका है। बारिश से प्रभावित वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद जिलों में प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय अग्निशमन दलों के कर्मियों को तैनात किया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के आंकड़े के अनुसार, आणंद जिले के बोरसाद तालुका में 12 घंटे की अवधि (सुबह छह बजे से शाम छह बजे के बीच) में 354 मिलीमीटर बारिश हुई।
लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
अधिकारियों ने बताया कि निचले इलाकों में पानी भर जाने के बाद कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि निचले इलाकों में पानी भर जाने के बाद कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बोरसाद के बाद नर्मदा जिले के तिलकवाडा (213 मिलीमीटर), वडोदरा के पादरा (199 मिमी), वडोदरा तालुका (198 मिमी), भरूच तालुका (185 मिमी), छोटाउदेपुर के नासवाडी (156 मिमी) और नर्मदा जिले के नांदोद (143 मिमी) है। आणंद के जिलाधिकारी प्रवीण चौधरी ने कहा कि एनडीआरएफ की एक टीम को सेवा में लगाया गया है और प्रशासन जलमग्न क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए प्रयास कर रहा है।
कई गांवों से टूटा संपर्क
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सूरत में हुई भारी बारिश के कारण शहर में जलभराव हो गया और कई गांवों का संपर्क टूट गया, जिससे लगभग 200 लोगों को प्रभावित स्थानों से निकालकर दूसरे स्थानों पर पहुंचाना जरूरी हो गया। भरूच और नवसारी में प्रशासन ने भारी बारिश के कारण शैक्षणिक संस्थानों में एक अवकाश घोषित कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ कर्मियों की एक टीम फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए सूरत जिले के मंगरोल तालुका के लिंबाडा पहुंची। उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर जिले में 132 सड़कों को बंद कर दिया गया है। भरूच जिला प्रशासन ने वर्षा के चलते शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि वडोदरा मंडल में एक रेलवे पुल के नीचे जल स्तर बढ़ने के कारण लंबी दूरी की 11 एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के परिचालन में बदलाव किया गया है, जबकि चार स्थानीय यात्री रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई हैं।
(इनपुट-भाषा)