अहमदाबाद : पाटीदार आंदोलन से देश में अपनी नयी पहचान बनानेवाले हार्दिक पटेल अब अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन के मूड में हैं। उन्होंने कपास खरीदी के दौरान व्यापारियों द्वारा किसानों के शोषण को रोकने के लिए कृषि मंत्री को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है कि किसानों का शोषण रोकने के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं। तुरंत ठोस कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की धमकी दी है।
अदालत में पेश नहीं होने पर जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट
हाल ही में हार्दिक के खिलाफ धरंगधरा कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। उसके कुछ दिन बाद 20 फरवरी को हार्दिक की तरफ से यह चिट्ठी लिखी गई है। गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले की एक अदालत ने 2017 के एक मामले में अदालत में पेश होने में विफल रहने के आरोप में हार्दिक पटेल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है । गुजरात में 2017 में हुये चुनाव से पहले सरकारी आदेश का उल्लंघन करते हुये जिले के एक गांव में पटेल ने राजनीतिक भाषण दिया था । धरंगधरा के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डी डी शाह ने अदालत में पेश होने में विफल रहने के मामले में पटेल के खिलाफ यह गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
11 फरवरी को थाने को मिला आदेश
अदालत ने दो फरवरी के अपने आदेश में धरंगधरा के तालुका पुलिस थाना अधिकारी को पटेल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने के लिये कहा था । एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुये बताया कि अदालत का यह आदेश 11 फरवरी को थाने को प्राप्त हुआ । पटेल और मामले के एक सह आरोपी कश्मीरी पटेल को जिले के हरिपुर गांव में एक सभा आयोजित करने के लिए दी गई अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करने का मामला सामने आया था, जिसके बाद 12 जनवरी, 2018 को धरंगधरा तालुका पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उनके खिलाफ गुजरात (बम्बई) पुलिस अधिनियम 1951 की धारा 37 (3) और 135 के तहत मामला दर्ज किया गया है
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