दो दिन पहले सोशल मिडिया पर गुजरात के अंकलेश्वर का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें दिखाया गया था कि 10 पदों के लिए 1800 से ज्यादा उम्मीदवार एक होटल में पहुंच गए और अफरातफरी मच गई। इसके बाद सोशल मिडिया में मोदी के गुजरात मोडल को लेकर तरह तरह के पोस्ट शेयर किये जाने लगे, जिसमे बताया गया की कैसे गुजरात बेरोजगारी में भी नंबर 1 बन गया है साथ ही गुजरात में उद्योगों की किस तरह दुर्गति हो रही है। किसी ने कहा मोदी के विकास के मोडल का गुब्बारा फुट गया है। गुजरात में युवाओं का भविष्य अंधकार में है।
जब इस मामले की पड़ताल की गयी तो पता चला कि हकीकत इससे बिलकुल अलग है। मामले का बेरोजगारी से कुछ लेना देना ही नहीं था, क्योंकि ये एक बड़ी प्राइवेट कंपनी का वाक-इन इंटरव्यू था और एक साथ अचानक भीड़ बढ़ गयी थी, जिससे अव्यवस्था खड़ी हो गयी।
क्या है हकीकत?
तथ्यों को देखने पर पता चलता है कि थमैक्स लिमिटेड लॉर्डिस प्लाजा होटल में 44 उम्मीदवारों की भर्ती के लिए वॉक-इन इंटरव्यू आयोजित किया गया था। इस वॉक-इन इंटरव्यू में तीन से दस साल का अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को शामिल होना था। इस इंटरव्यू में कुल 970 उम्मीदवार शामिल हुए, जिनमे से 969 उम्मीदवार अनुभवी थे और अन्य कंपनियों में कार्यरत हैं। थमैक्स लिमिटेड कंपनी की भर्ती के लिए आये कैंडिडेट्स का अनुभव विवरण इस प्रकार है।
1. 0-2 वर्ष का अनुभव- 47 उम्मीदवार
2. 2-4 वर्ष का अनुभव- 175 उम्मीदवार
3. 4-6 वर्ष का अनुभव- 301 उम्मीदवार
4. 6-8 वर्ष का अनुभव- 189 उम्मीदवार
5. 8-10 वर्ष का अनुभव- 142 उम्मीदवार
6. 10 वर्ष से अधिक का अनुभव- 115 उम्मीदवार
वायरल वीडियो का दावा फर्जी
वायरल वीडियो में जो कैंडिडेट्स दिखाए गए वो बेरोजगार हैं। यह दावा पूरी तरह तथ्यहीन और बेबुनियाद है। ये सभी उम्मीदवार कहीं ना कही काम कर रहे हैं और अपने अनुभव और क्षमताओं के आधार पर कहीं और आगे ग्रोथ के लिए दूसरी कम्पनी में ट्राई करने इंटरव्यू के लिए गए थे। अंकलेशवर और भरुच में हर रोज अखबारों में कई कम्पनी के जॉब इंटरव्यूज के विज्ञापन छपते हैं। इसका मतलब जॉब की कोई कमी नहीं हैं। ये एक और इंडिकेटर है जो बताता है कि वायरल वीडियो के जरिये बढ़ती बेरोजगारी के आरोप बेबुनियाद हैं। इसके अलावा लॉर्ड्स प्लाजा के संचालकों ने भी पुलिस फरियाद की है, क्योंकि कई जगह ये भी प्रचार किया गया की इंटरव्यू होटल द्वारा अरेंज किया गया है। होटल संचालकों का दावा है की इससे उनके होटल की बदनामी हुई है।
भरूच जिले में रोजगार की स्थिति
गुजरात के भरूच जिले में 13 GIDC हैं। इन GIDC में 500 से अधिक बड़े उद्योग, 700 से अधिक मध्यम उद्योग, लगभग 45000 एमएसएमई इकाइयां हैं। इन इकाइयों में करीब 4 लाख लोग काम करते हैं। भरूच जिले की औद्योगिक इकाइयां लगातार बढ़ती जा रही हैं और रोजगार के अवसर भी बहुत बढ़ें हैं। ये रोज अखबारों में प्रकाशित जॉब इंटरव्यू के विज्ञापन देख कर भी पता चलता है।