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गांधीनगरः नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड में गुजरात की झांकी ने लगातार तीसरे वर्ष ‘पॉपुलर चॉइस’ का अवॉर्ड जीता है। गुजरात की झांकी ने जनता के सर्वाधिक वोट हासिल कर जीत की हैट्रिक लगाई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लगातार तीन वर्षों से गुजरात की झांकी को प्रथम स्थान का गौरव दिलाने के लिए गुजरात के सभी नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया और बधाई दी
जानकारी के अनुसार, 76वें गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर प्रस्तुत की गई गुजरात की झांकी ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक - विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ को ‘पॉपुलर चॉइस’ श्रेणी में सर्वाधिक वोट प्राप्त हुए हैं।
कर्तव्य पथ पर निकाली गई थी 31 झांकियां
बता दें कि 76वें गणतंत्र पर्व की राष्ट्रीय परेड में नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर विभिन्न राज्यों और सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों की 31 झांकियां प्रस्तुत की गई थीं। गुजरात राज्य के सूचना विभाग की ओर से प्रस्तुत की गई झांकी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में गुजरात के आधुनिक विकास की गाथा को प्राचीन विरासत के साथ प्रस्तुत किया गया था।
गुजरात की झांकी ने पॉपुलर चॉइस श्रेणी अवॉर्ड में अव्वल रहने की परंपरा 2023 के 74वें गणतंत्र दिवस परेड से शुरू की है। उस परेड में राज्य सरकार ने ‘क्लीन-ग्रीन एनर्जी युक्त गुजरात’ की थीम पर आधारित झांकी में प्रधानमंत्री के नवीकरणीय ऊर्जा के अधिकतम उपयोग के आह्वान को साकार करने में गुजरात की पहल को प्रस्तुत किया गया था।
पिछली बार मिला था ये अवॉर्ड
2024 के 75 गणतंत्र पर्व की राष्ट्रीय परेड में गुजरात द्वारा प्रस्तुत ‘धोरडो, वर्ल्ड बेस्ट टूरिज्म विलेज- UNWTO’ विषय पर आधारित झांकी को भी पॉपुलर चॉइस श्रेणी में पहला स्थान मिला था। इतना ही नहीं, सर्वश्रेष्ठ झांकी के लिए निर्णायकों के पैनल-जूरी की चॉइस में भी गुजरात की इस झांकी ने 2024 में दूसरा स्थान प्राप्त किया था। इसी परंपरा में एक और उपलब्धि हासिल करते हुए गुजरात की झांकी ने 76वें गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड में लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान हासिल कर हैट्रिक लगाने का गौरव प्राप्त किया है।
झांकी में थी ये विशेषता
गुजरात की झांकी में 12वीं सदी के वडनगर यानी आनर्तपुर के सोलंकी कालीन ‘कीर्ति तोरण’ से लेकर 21वीं सदी का अजूबा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में राज्य की ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती विभिन्न विकास परियोजनाओं- सी-295 एयरक्राफ्ट उत्पादन यूनिट, सेमीकंडक्टर चिप और उससे जुड़े विभिन्न उपकरणों और अटल ब्रिज आदि का प्रभावशाली निदर्शन किया गया था।
राज्य की झांकी के अगले हिस्से में सोलंकी काल में निर्मित वडनगर स्थित 12वीं सदी का गुजरात का सांस्कृतिक प्रवेशद्वार कहा जाने वाला ‘कीर्ति तोरण’, जबकि अंत में 21वीं सदी की शान, 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को दर्शाया गया, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
गणतंत्र दिवस की राष्ट्रीय परेड में गुजरात की हैट्रिक
- 2023 में ‘क्लीन-ग्रीन एनर्जी युक्त गुजरात’ की थीम पर आधारित झांकी
- 2024 में ‘धोरडो, वर्ल्ड बेस्ट टूरिज्म विलेज- UNWTO’
- 2025 में ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक - विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ थीम पर आधारित झांकी के माध्यम से लगातार तीसरी बार पॉपुलर चॉइस श्रेणी में देश की जनता की पहली पसंद बना गुजरात