Highlights
- मालिक गिरिराज दीक्षित हुआ गिरफ्तार
- गिरिराज रसायन विज्ञान में पोस्टग्रेजुएट है
- 'बरामद नशे की सबसे बड़ी खेपों में से एक'
Gujarat News: मुंबई एंटी नार्कोटिक्स सेल की वर्ली यूनिट ने गुजरात में मादक पदार्थ मेफेड्रोन बनाने वाली एक इकाई का भंडाफोड़ किया और मौके से 1026 करोड़ रुपये मूल्य का नशीला पदार्थ बरामद किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मादक पदार्थ एंटी नार्कोटिक्स सेल के दल ने इस इकाई के मालिक गिरिराज दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने बताया कि गिरिराज रसायन विज्ञान में पोस्टग्रेजुएट है। पुलिस उपायुक्त (एएनसी) दता नलवाडे ने बताया कि हाल के समय में शहर पुलिस की ओर से बरामद की गई नशे की यह सबसे बड़ी खेपों में से एक है। अधिकारी ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर एएनसी की वर्ली शाखा ने गुजरात के अंकलेश्वर शहर की एक निर्माण इकाई पर 13 अगस्त को छापेमारी की और वहां से 513 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया और इसके मालिक गिरिराज दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया।
03 अगस्त को 1400 करोड़ का ड्रग्स जब्त
इससे पहले 03 अगस्त को एंटी नार्कोटिक्स सेल ने मुंबई के निकट पालघर जिले के नालासोपारा में एक निर्माण इकाई में छापेमारी कर 700 किलोग्राम प्रतिबंधित सिंथेटिक मादक पदार्थ मेफेड्रोन बरामद किया था, जिसकी कीमत 1400 करोड़ रुपये आंकी गई थी। अधिकारी ने बताया कि छापेमारी के दौरान 38 वर्षीय शमशुल्ला ओबैदुल्ला खान, 33 वर्षीय अयूब इजहार अहमद शेख, 49 वर्षीय रेशमा संजय कमार चंदन, 43 वर्षीय रियाज अब्दुल सतार मेनन, 52 वर्षीय प्रेम प्रकाश पारसनाथ सिंह और किरण पवार को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस उपायुक्त (एएनसी) दता नलवाडे ने बताया कि इन आरोपियों से पूछताछ के बाद एंटी नार्कोटिक्स सेल ने दीक्षित को धर दबोचा। उन्होंने बताया कि दीक्षित की फैक्ट्री में बनने वाला मेफेड्रोन मुंबई एवं आस-पास के इलाकों के नशा तस्करों को आपूर्ति किया जाता था।