गुजरात के द्वारका में एक बड़ा हादसा देखने को मिला है। यहां कल्याणपुर तहसील के रण गांव में एक ढाई साल की मासूम बच्ची बोरवेल में गिर गई थी जिसकी मौत हो गई है। बता दें कि घटना की सूचना जब प्रशासन को मिली तो आनन-फानन में बचाव कार्य शुरू किया गया था। खंभालिया जनरल अस्पताल के आरएमओ केतन भारती ने बताया कि लड़की को रात करीब 10.15 बजे यहां लाया गया था। उसे मृत लाया गया था। यहां लाते समय उसकी जान चली गई थी। पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद सही कारण पता चलेगा। इससे पहले देवभूमि द्वारका के एसपी नितेश पांडे ने इस बाबत कहा था कि दोपहर 1 बजे हमें सूचना मिली कि कल्याणपुर तहसील के रण गांव में एक बच्ची बोरवेल में गिर गई है। स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर तुरंत पहुंची।
बच गई मासूम की जान
उन्होंने कहा था कि हमने एनडीआरएफ की टीम और सेना को भी रेस्क्यू मिशन में शामिल किया। 8 घंटे तक चली कड़ी मशक्कत और संयुक्त प्रयास के बाद मासूम को बचा लिया गया। हमने लड़की को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से अस्पतला भेजा है, जो एंबुलेंस सुचारू और तेज आवाजाही के लिए बनाया गया है। जानकारी के मुताबिक, मासूम बच्ची का नाम एंजेल सखरा बताया गया। बच्ची द्वारका जिले के कल्याणपुर तहसील के रण गांव की ही रहने वाले है। सोमवार की दोपहर करीब 1 बजे वह बोरवेल में गिर गई। आसपास के लोगों को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी तो हो हल्ला मच गया। आनन-फानन में ग्रामीणों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी।
सेना और एनडीआरएफ ने की मदद
मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया। हालांकि इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ और सेना की भी मदद ली गई। बोरवेल में गिरी बच्ची को पहले तो पंप की सहायता से ऑक्सीजन दिया गया। इसके बाद बच्ची को बचाने के कई प्रयास किए गए। घटना के दौरान ही मौके पर एंबुलेंस बुला लिया गया था और मेडिकल टीम वहां तैनात थी। जैसे ही बच्ची को बाहर निकाला गया, उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बोरवेल में मासूम गिरी हो। इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं देखने को मिल चुकी है।