अहमदाबाद: कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को गुजरात में 6 नगर निगमों के चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, जामनगर और भावनगर के छह नगर निगमों के विभिन्न वार्डों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ, जिसके तुरंत बाद लोग मतदान केंद्रों के बाहर कतार में दिखाई दिए। मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। सुबह के समय विभिन्न बूथों पर बुजुर्ग मतदाताओं को भी देखा गया, जहां लोग मास्क और सैनिटाइटर के उपयोग और सामाजिक दूरी बनाए रखने सहित कोविड-19 रोकथाम मानदंडों का पालन करते दिखे।
स्थानीय सांसद, विधायक और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी सुबह मतदान करने के लिए विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहुंचे। शुरुआती घंटों में वोट डालने वालों में भाजपा सांसद किरीट सोलंकी और पार्टी विधायक राकेश शाह शामिल थे। सोलंकी ने अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों के साथ अहमदाबाद के रानीप इलाके में एक बूथ पर मतदान किया, जबकि शाह ने शहर के एलिसब्रिज इलाके में एक बूथ पर अपना वोट डाला।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अहमदाबाद के नारनपुरा इलाके में एक बूथ पर परिवार के साथ अपना वोट डाला हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपानी के भी अपने गृहनगर राजकोट में मतदान करने की संभावना है, जिन्हें कुछ दिन पहले चुनाव प्रचार अभियान के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इन चुनावों में मुख्य मुकाबला भाजपा और मुख्य विपक्षी कांग्रेस के बीच है। भाजपा का पिछले कई कार्यकाल से इन छह नगर निगमों पर शासन रहा है। आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया है कि वह भाजपा और कांग्रेस के सामने एक प्रभावी विकल्प होगी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव लड़ रही है।
अधिकारियों ने कहा कि 575 सीटों पर मतदान के लिए लगभग 32,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। प्रत्येक वार्ड में चार पार्षद हैं। छह नगर निगमों में कुल 2,276 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा, जूनागढ़ नगर निगम में दो सीटों पर उपचुनाव के लिए नौ उम्मीदवार भी मैदान में हैं। चुनाव लड़ने वालों में भाजपा से 577, कांग्रेस से 566, आप से 470, राकांपा से 91, अन्य दलों से 353 और 228 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, कुल 1.14 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 60.60 लाख पुरुष और 54.06 लाख महिलाएं शामिल हैं। 11,121 मतदान केंद्रों में से 2,255 को संवेदनशील और 1,188 को अति संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है। मतगणना 23 फरवरी को होगी।