गुजरात: हाई कोर्ट में तब अजीब-सा माहौल हो गया जब दो जज आपस में भिड़ गए और दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। जस्टिस बीरेन वैष्णव और मौना भट्ट के बीच हुई ये तीखी बहस सोमवार को कोर्ट रूम के अंदर हुई और पूरी बहस कोर्ट रूम में लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। बता दें कि गुजरात उच्च न्यायालय अपने यूट्यूब चैनल पर सभी पीठों की सुनवाई को लाइव-स्ट्रीम करता है और लाइव स्ट्रीम के दौरान हुई ये पूरी बहस यू-ट्यूब चैनल पर दिख गया। हालांकि, दोनों जजों के बीच हुए इस विवाद को कैद करने वाले लाइव-स्ट्रीम किए गए वीडियो को बाद में यूट्यूब से हटा दिया गया है। इतना ही नहीं, दोनों जजों के बीच हुई नोकझोंक के बाद सुनवाई भी टाल दी गई।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें न्यायमूर्ति वैष्णव एक आदेश पारित करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिसमें न्यायमूर्ति भट्ट न्यायमूर्ति वैष्णव से असहमत प्रतीत होती दिखाई दे रही हैं। इसपर न्यायमूर्ति वैष्णव को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "तो आप अलग हैं। हम एक दूसरे से अलग हैं, हम दूसरे में अलग हो सकते हैं।" न्यायमूर्ति भट्ट ने तब कहा, "यह अलग होने का सवाल नहीं है।" जिस पर जस्टिस बीरेन ने कहा, "तो आप बड़बड़ाओ मत, आप एक अलग आदेश पारित करें। हम और अधिक मामले नहीं ले रहे हैं।" इसके बाद वह उठे और यह कहते हुए अदालत कक्ष से बाहर चले गए कि पीठ आगे के मामलों की सुनवाई नहीं कर रही है।
देखें वीडियो
गुजरात उच्च न्यायालय के दो न्यायाधीशों के बीच अदालत कक्ष के अंदर तीखी नोकझोंक कोर्ट रूम के अंदर लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
गुजरात उच्च न्यायालय में हाल ही में एक मामले के संबंध में असहमति को लेकर खुली अदालत में दो न्यायाधीशों के बीच तीखी नोकझोंक 23 अक्टूबर, सोमवार को हुई थी।
दोनों जजों के बीच ये हुई बातें
न्यायमूर्ति वैष्णव ने उप न्यायाधीश से कहा, "आप अलग हैं यार। आप एक मामले में अलग हैं, (इसलिए) यहां भी अलग हैं।"
इस पर जस्टिस भट्ट ने जवाब दिया,
"यह अलग होने की बात नहीं है..."
न्यायमूर्ति वैष्णव ने कहा, "फिर एक अलग आदेश पारित करें। बड़बड़ाओ मत।"
इसके बाद न्यायमूर्ति वैष्णव उठे और यह कहते हुए अदालत कक्ष से चले गए कि पीठ आगे किसी मामले की सुनवाई नहीं करेगी।
इस बहस के तुरंत बाद, संबंधित पीठ के लाइव स्ट्रीम किए गए वीडियो को यूट्यूब से हटा दिया गया।
बुधवार की सुनवाई में एक साथ नहीं दिखेंगे दोनों जज
इसके अलावा, बुधवार की सुनवाई के लिए यूट्यूब पर उपलब्ध कराए गए लिंक के अनुसार, न्यायमूर्ति वैष्णव अब न्यायमूर्ति भट्ट के साथ नहीं बैठ रहे हैं। इसके बजाय, उप न्यायाधीश की जगह न्यायमूर्ति भार्गव कारिया को नियुक्त किया गया है। हालांकि, बेंच में इस बदलाव को लेकर हाई कोर्ट की वेबसाइट पर कोई नोटिफिकेशन नहीं है। ऐसी ही एक घटना जनवरी 2016 में सुप्रीम कोर्ट में घटी थी जब जस्टिस एमवाई इकबाल और अरुण मिश्रा के बीच एक मामले को लेकर तीखी बहस हुई थी।
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