अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव में अहमदाबाद की बापूनगर सीट से जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार अपनी पार्टी से काफी नाराज नजर आ रहे हैं। दरअसल, बापूनगर सीट से चुनाव लड़ रहे JDU के उम्मीदवार इम्तियाज खान सईद खान पठान को पूरे राज्य में चुनाव लड़ रहे 1600 से ज्यादा उम्मीदवारो में सबसे कम 30 वोट मिले। 45 साल के पठान ने इसका ठीकरा अपनी पार्टी पर फोड़ते हुए कहा कि पार्टी ने उनके पक्ष में प्रचार नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘अगर मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ता, तो ज्यादा वोट मिल सकते थे।’
JDU के सभी आधे दर्जन उम्मीदवार हारे
बता दें कि पठान सियासत में नए नहीं हैं। उनके अनुसार उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में गुजरात की खेड़ा सीट से किस्मत आजमाई थी और उन्हें 5,000 से ज्यादा वोट मिले थे। उन्होंने कहा, ‘उस समय मैं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर खड़ा हुआ था। लेकिन यहां JDU को कौन जानता है? कोई नहीं। यह तो होना ही था।’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने लगभग आधे दर्जन उम्मीदवार को टिकट दिया था, लेकिन सभी हार गए। गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने वाले 1,621 उम्मीदवारों में से पठान को सबसे कम वोट मिले।
बीजेपी ने हासिल की ऐतिहासिक जीत
भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में 156 सीट जीतकर ऐतिहासिक विजय हासिल की। साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार के प्रमुख गवाह पठान ने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद वह असदुद्दीन औवेसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) में शामिल हो गए थे और 2 वर्ष तक उसके सदस्य रहे। उन्होंने कहा, ‘लेकिन जब मुझे लगा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी टिकट नहीं देगी, तो मैं JDU में शामिल हो गया।’ बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू बिहार की सरकार चला रही है, ऐसे में गुजरात में उसके उम्मीदवार को इतने कम वोट मिलना हैरान करता है।