Highlights
- पीएम मोदी और सीएम केजरीवाल के हावभाव एक जैसे: गहलोत
- "वे चुनाव जीतने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं"
- "यदि लोकतंत्र नहीं रहता, तो मोदी प्रधानमंत्री कैसे बनते?"
Gujarat Election: गुजरात में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी जोरों-शोरों से तैयरियां कर रही हैं। इसी को लेकर राज्य में अपनी जीत का परचम लहराने के लिए सभी राजनीतिक दल चुनावी सभाएं भी कर रहे हैं। इसी के मद्देनजर राजस्थान के मुखमंत्री ने पीएम मोदी के बार-बार राज्य में दौरा करने को लेकर तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश में PMO (प्रधानमंत्री कार्यालय) का एक अस्थायी कार्यालय बना देना चाहिए। राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने AAP के नेता अरविंद केजरीवाल पर भी तंज कसते हुए कहा कि हावभाव और बोलने की शैली के मामले में वह ‘मोदी के भाई’ जैसे लगते हैं। गुजरात में चुनाव प्रचार पर AAP द्वारा खर्च किए जा रहे पैसे के स्रोत पर भी गहलोत ने सवाल उठाया।
'पीएम का नाम भर ही पर्याप्त है'
गुजरात चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक गहलोत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश चुनावों में जीत मिलने के अगले ही दिन से गुजरात का दौरा करना शुरू कर दिया था। दिल्ली (केंद्र) में कामकाज प्रभावित हो रहा है। उन्हें पीएमओ का एक अस्थायी कार्यालय गुजरात में खोल देना चाहिए, ताकि कामकाज सुगमता से चलता रहे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री बहुत व्यस्त व्यक्ति होते हैं। उन्हें बार-बार राज्य का दौरा क्यों करना चाहिए? उनका नाम भर ही पर्याप्त है। क्या यह छोटी बात है कि इस राज्य के नेता प्रधानमंत्री हैं? (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह भी यहां डेरा डाल रहे हैं।’’
'भाजपा के पास संसाधनों की कमी नहीं'
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी और शाह के कार्यक्रम को सरकार द्वारा फंड किया जा रहा है, जबकि भाजपा के पास संसाधनों की कमी नहीं है। गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘जिस तरह से संविधान को रौंदा जा रहा है, लोकतंत्र खतरे में है, देश उस बारे में चिंतित है। प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के कार्यक्रमों पर जिस तरह से धन खर्च किया जा रहा है वे चुनाव जीतने के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रहे हैं।’’ उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड को एक बड़ा घोटाला बताते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के खतरे में होने के कारणों में से एक है। उन्होंने सवाल किया कि यदि सारा पैसा एक पार्टी के पास जाएगा और अन्य पार्टी के पास कोई पैसा नहीं होगा तो उन्हें समान अवसर कैसे मिलेगा।
'केजरीवाल मोदी के भाई जैसे लगते हैं'
कांगेस नेता ने केजरीवाल के बारे में कहा कि वह ‘मोदी के भाई’ जैसे लगते हैं और वह मोदी की तरह ही बोलते हैं और उनका हावभाव भी उन्हीं के (मोदी के) जैसा है। उन्होंने कांग्रेस के एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी होने का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा उत्तर भारत में चुनाव जीत सकती है, लेकिन यह कांग्रेस है जिसने लोकतंत्र को बरकरार रखा है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि लोकतंत्र नहीं रहता, तो मोदी प्रधानमंत्री कैसे बनते?’’
'राज्य में मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के जैसा होता है'
गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को इस बारे में कुछ साहस दिखाने का अनुरोध किया कि राज्य में मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के जैसा होता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उन लोगों को ही टिकट देगी, जिनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध नहीं हो और जीतने के बाद पार्टी नहीं छोड़ कर जाएं। गहलोत ने कहा, ‘‘लोग बदलाव चाहते हैं और बदलाव होगा हमारा अभियान शुरू हो गया है। हम सीमित संसांधनों से चुनाव लड़ रहे हैं, वे धन का दुरुपयोग कर रहे हैं, इसलिए उन्हें चिंता करनी चाहिए।’’