अहमदाबादः गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शुक्रवार को साबरमती रिवरफ्रंट पर अंतरराष्ट्रीय पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह 22 जनवरी तक जनता के लिए खुला रहेगा। इस शो को छह जोन में विभाजित किया गया है, जिसमें 50 प्रजातियों के 10 लाख से अधिक फूल और मिट्टी की बनी 30 से अधिक मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं।
70 से 100 रुपये है टिकट की कीमत
इस साल फूल प्रदर्शनी देखने के लिए हजारों लोग आ सकते हैं। आगंतुक पूरे आयोजन स्थल पर उपलब्ध क्यूआर कोड को स्कैन करके फूलों, मिट्टी की मूर्तियों और जोन के बारे में अधिक जानने के लिए ऑडियो गाइड का उपयोग कर सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, शनिवार व रविवार को प्रवेश शुल्क 100 रुपये और सोमवार से शुक्रवार तक 70 रुपये है।
पिछले वर्ष इस प्रदर्शनी में लगभग 20 लाख आगंतुक आए थे और इस वर्ष यह रिकॉर्ड टूट जाएगा। पिछले वर्ष ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में प्रदर्शनी को बहुचर्चित 400 मीटर लंबी फूलों की दीवार के लिए उल्लेखित किया गया था। पहली पुष्प प्रदर्शनी ‘साबरमती रिवरफ्रंट’ पर 2013 में आयोजित की गयी थी।
क्या है छह जोन में
जोन-1: देश की वृद्धि और विकास पर केंद्रित है, जिसमें हाथियों की फूलों की मूर्तियां, कमल, मेहराब और कोणार्क चक्र जैसे प्रतिष्ठित प्रतीक शामिल हैं। बच्चों के लिए भी यहां विशेष आकर्षण हैं।
जोन 2: इसमें बाघ, मोर, राजहंस और एशियाई शेर जैसे जानवरों की मूर्तियां प्रदर्शित की जाती हैं, जो भारत की समृद्ध जैव विविधता का प्रतीक हैं।
जोन 3: जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने में भारत के वैश्विक नेतृत्व को चित्रित करता है, जो एक स्थायी भविष्य पर जोर देता है।
ज़ोन 4 और 5 विभिन्न प्रतिष्ठानों और पुष्प कला के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता को उजागर करते हैं।
जोन 6: इसमें भारत की आकांक्षाओं को दर्शाया गया है, जिसमें 2036 ओलंपिक, गांधीजी के तीन बंदर और वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है) की दृष्टि जैसे विषय शामिल हैं।