राजकोट: शहर में शनिवार शाम को ‘टीआरपी गेम जोन’ में भीषण आग लगने से अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हादसे के बाद तमाम अधिकारी-कर्मचारी घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। वहीं हादसे के बाद गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी भी मौके पर पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और अधिकारियों से मौके पर चल रहे राहत और बचाव कार्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। इसके बाद सीएम भूपेंद्र पटेल गिरिराज हॉस्पिटल पहुंचे और घायलों से मुलाकात कर उनका हाल जाना।
सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये तथा प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये की राशि देने की घोषणा की है। सीएम ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि "राजकोट में आग की घटना पीड़ा देने वाली है। मैं इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों और उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।" उन्होंने लिखा कि ‘‘राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को चार लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देगी। यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो।’’ पटेल ने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पूरी घटना की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई है।
गृह मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि "राजकोट में एक बहुत ही दुखद घटना घटी है। इस घटना में कई परिवार के सदस्यों ने अपने प्रियजनों को खो दिया और कई बच्चों की भी मृत्यु हुई है। SIT को सुबह 3 बजे तक जांच शुरू करने का निर्देश दिया गया है। उन विभागों के सभी अधिकारी जिनके अधीन खेल क्षेत्र निर्माण की जिम्मेदारी है, उन्हें आज प्रात: 3 बजे तक कलेक्टर कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। सभी प्रकार की जांच आज ही शुरू हो जाएगी और जल्द ही न्याय दिलाने की कार्रवाई की जाएगी।
गेम जोन के मालिक और प्रबंधक को हिरासत में लिया
वहीं पुलिस ने बताया कि ‘गेम जोन’ के मालिक और प्रबंधक को हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया। वहीं राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। अधिकारियों ने बताया कि गेमिंग गतिविधियों के लिए निर्मित फाइबर के एक ढांचे में शाम करीब साढ़े चार बजे आग लग गई, जिसके बाद प्रभावित टीआरपी गेम जोन में राहत एवं बचाव अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि भीषण आग के कारण ढांचा ध्वस्त हो गया।
12 साल से कम उम्र के 4 बच्चों की मौत
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) राधिका भराई ने कहा कि ‘‘आग की घटना में 27 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। शव पूरी तरह से जल गए हैं और उनकी पहचान करना मुश्किल है।’’ एसीपी विनायक पटेल ने कहा कि मृतकों में 12 साल से कम उम्र के कम से कम चार बच्चे शामिल हैं। जिले के अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान जारी होने के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नाना-मावा रोड स्थित गेम जोन में यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चों सहित कई लोग खेल रहे थे। सरकार ने घटना की जांच अपर पुलिस महानिदेशक सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी है।
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