Highlights
- पुलिस ने बताया कि उसने दोनों समुदायों के करीब 100 लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
- पेटलाड ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात पेटलाड शहर के पास बोरिया गांव में हुई।
- एफआईआर के मुताबिक, दोनों समुदायों के बीच यह विवाद तब हुआ जब जुलूस एक मस्जिद के नजदीक से होकर गुजर रहा था।
आणंद: गुजरात के आणंद जिले में एक धार्मिक जुलूस के दौरान तेज संगीत बजाने को लेकर विवाद के बाद 2 समुदायों के सदस्यों के बीच हुए पथराव में 5 लोग घायल हो गए। पुलिस ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उसने दोनों समुदायों के करीब 100 लोगों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पेटलाड ग्रामीण पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात पेटलाड शहर के पास बोरिया गांव में हुई।
मस्जिद के पास से गुजर रहा था जुलूस
FIR के मुताबिक, जनता माताजी के जुलूस के दौरान तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर 2 समुदायों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद तब हुआ जब जुलूस एक मस्जिद के नजदीक से होकर गुजर रहा था। पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा, ‘सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और तनाव को कम करने की कोशिश की, लेकिन जल्द ही लोगों ने एक-दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिसमें 4 से 5 लोग घायल हो गए।’
पुलिस को करना पड़ा था बल प्रयोग
पुलिस ने दोनों समुदायों के करीब 100 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 143 (गैरकानूनी सभा), 147 (दंगा), 337 (लापरवाही से जीवन को खतरे में डालना), 504 (सार्वजनिक शांति को भंग करने और हिंसा भड़काने) तथा अन्य प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक इस संबंध में अब तक किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात
अधिकारी ने बताया कि गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और स्थिति अब शांतिपूर्ण है। बता दें कि बीते कुछ दिनों में गुजरात के अलावा राजस्थान और झारखंड में धार्मिक जुलूसों पर पथराव की खबरें सामने आई हैं, जिनसे इन इलाकों में सांप्रदायिक तनाव देखने को मिला है। वहीं, देश के कई इलाकों में धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के इस्तेमाल का मुद्दा भी गरमाया हुआ है।