Highlights
- विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात कैबिनेट में बड़ा फेरबदल
- राजेंद्र त्रिवेदी और पूर्णेश मोदी से वापस लिए गए विभाग
- रेवेन्यू डिपार्टमेंट गृह मंत्री हर्ष संघवी और सड़क एवं भवन विभाग जगदीश पांचाल को दिया गया
Gujarat Cabinet: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कैबिनेट में बड़ा फेरबदल किया गया है और मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया है। राजेंद्र त्रिवेदी (Rajendra Trivedi) से रेवेन्यू डिपार्टमेंट लेकर गृह मंत्री हर्ष संघवी (Harsh Sanghavi) को दिया गया है। वहीं पूर्णेश मोदी (Purnesh Modi) के पास से सड़क एवं भवन विभाग का प्रभार वापस लिया गया है और इसे जगदीश पांचाल (Jagdish Pacnhal) को सौंपा गया है। दोनों मंत्रियों से लिए गए कैबिनेट मंत्रालयों को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने पास रखा है।
हर्ष सांघवी और जगदीश पांचाल हुए ज्यादा मजबूत
गुजरात की सरकार में हर्ष सांघवी और जगदीश पांचाल पहले की अपेक्षा ज्यादा मजबूत हो गए हैं। हर्ष संघवी के पास पहले गृह मंत्रालय, खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधियों (स्वतंत्र प्रभार), आपदा प्रबंधन और पुलिस आवास, उत्पाद शुल्क और निषेध (स्वतंत्र प्रभार), सीमा सुरक्षा और जेल (स्वतंत्र प्रभार) विभाग पहले से थे। अब उन्हें राजस्व विभाग भी मिल गया है। वहीं जगदीश पांचाल के पास कुटीर उद्योग, सहयोग, मिठाई उद्योग, प्रोटोकॉल और उद्योग, वन-पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, छपाई और स्टेशनरी का स्वतंत्र प्रभार था, अब उन्हें सड़क एवं भवन विभाग भी मिल गया है।
गुजरात में कब होंगे चुनाव
गुजरात में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) हैं। इस बीच गुजरात कैबिनेट में बदलाव होना अहम माना जा रहा है। इस बार गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) भी काफी मेहनत करती दिख रही है और बीते गुरुवार को ही उसने 9 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की है। इससे पहले आप 2 अगस्त को 10 उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा कर चुकी है।
कब हुआ कैबिनेट में बदलाव
गुजरात कैबिनेट में ये बदलाव शनिवार रात को हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि दोनों मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने की आशंका थी इसलिए सरकार ने उनसे प्रभार वापस ले लिया। हालांकि आधिकारिक तौर पर ये बात सामने आई है कि सरकार ने विभागों की संख्या बढ़ने की वजह से ये कदम उठाया है और विभाग कम किए हैं। इसके अलावा एक वजह ये भी है कि गुजरात चुनावों में आम आदमी पार्टी की सक्रियता से बीजेपी पूरी तरह सावधान है और वो कोई ऐसा काम नहीं करना चाहती, जिससे आप को गुजरात में चुनावी मुद्दा मिले।