वडोदरा: गुजरात के वडोदरा शहर में 18 जनवरी को एक झील में नौका के पलट जाने की घटना के संबंध में चार और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या 13 पर पहुंच गयी है। बता दें कि इस हादसे में 12 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गयी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से तीन कोटिया प्रोजेक्ट्स के साझेदार और एक उप ठेकेदार है। कोटिया प्रोजेक्ट्स एक निजी कंपनी है जिसे वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) द्वारा मनोरंजन केंद्र, हरनी लेक जोन के संचालन और रखरखाव का ठेका दिया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों में तीन साझेदार और एक उप ठेकेदार
पुलिस उपायुक्त पन्ना मोमाया ने तीन साझेदारों की पहचान जतिन दोशी और उनकी बहू नेहा दोशी और तेजल दोषी के रूप में की जबकि उप ठेकेदार की पहचान निलेश जैन के रूप में की गई, जिसे मुख्य आरोपी परेश शाह ने मनोरंजन केंद्र चलाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। मोमाया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘जतिन दोशी और उनकी दो बहुओं में से प्रत्येक के पास कोटिया प्रोजेक्ट्स में पांच प्रतिशत की हिस्सेदारी है। इस कंपनी को वीएमसी ने झील में नौका और अन्य मनोरंजन गतिविधियों के संचालन का ठेका दिया था। मुख्य आरोपी परेश शाह ने मनोरंजन केंद्र चलाने का उप-ठेका निलेश जैन को दे दिया था। शाह के परिजन ही कोटिया प्रोजेक्ट्स में साझेदार हैं।’’
अब तक 19 में से 13 लोग हुए गिरफ्तार
डीसीपी ने बताया कि कोटिया प्रोजेक्ट्स का कामकाज देख रहे शाह को 25 जनवरी को पकड़ा गया था। मोमाया ने कहा, ‘‘प्राथमिकी में नामजद 19 लोगों में से 13 को गिरफ्तार किया गया है। परेश शाह के बेटे वत्सल समेत छह लोग फरार हैं।’’ इस हादसे के बाद भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई।
कैसे और कब हुआ हादसा?
यह हादसा तब हुआ जब ‘न्यू सनराइज स्कूल’ के छात्र और शिक्षक पिकनिक मनाने गए थे। झील में सवारी के दौरान नौका पलट जाने से 12 छात्र और दो शिक्षक डूब गए थे जबकि 18 छात्रों और दो शिक्षकों को बचा लिया गया था। पुलिस को दी शिकायत में वडोदरा नगर निगम ने कोटिया प्रोजेक्ट्स की ओर से लापरवाही बरते जाने का जिक्र किया जिसमें नाव का रखरखाव न करना, पर्याप्त जीवनरक्षक उपकरण और ‘लाइफ’ जैकेट न रखना शामिल है।
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