गुजरात एटीएस ने बुधवार को महाराष्ट्र में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। एटीएस ने 800 करोड़ रुपये की एमडी ड्रग बरामद की है। यह कार्रवाई सूरत में ड्रग फैक्ट्री के खुलासे के बाद की गई है। गुजरात एटीएस की टीम ने मुंबई के भिवंडी में एक फ्लैट से 792 किलो लिक्विड एमडी ड्रग्स बरामद की है। ड्रग्स की कीमत 800 करोड़ रुपये आंकी गई है। आरोपियों में मोहम्मद यूनुस और मोहम्मद आदिल शामिल हैं, जो पहले स्मगलिंग में भी शामिल थे। इन दोनों आरोपियों का संपर्क सुनील यादव से है, जो सूरत केस में आरोपी है। दुबई के स्थानीय पेडलर के साथ मिलकर ये लोग एमडी ड्रग बना रहे थे। तीन भाई मिलकर ड्रग बनाने का काम कर रहे थे।
आतंकी संगठन द्वारा इस्तेमाल की जाती है यह दवाई
इसके अलावा, एटीएस ने भरूच से ट्रामाडोल नामक दवाई का उत्पादन करने वाले पंकज राजपूत और निखिल कपूरिया को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 31 करोड़ रुपये का माल बरामद किया गया है। यह दवाई आतंकी संगठन द्वारा इस्तेमाल की जाती है। मुख्य आरोपी केवल गोंडलिया और हर्षित की तलाश अभी भी जारी है। ये लोग इस ड्रग को अफ्रीका में भेजते थे। गुजरात एटीएस के एसपी सुनील जोशी ने बताया कि जांच के क्रम में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपी लोकल पेडलर के संपर्क में थे और उन्हें ड्रग सप्लाई करते थे। जो कंटेनर जब्त की गई है उसे अफ्रीका भेजा जाना था।
इससे पहले 18 जुलाई को गुजरात एटीएस की कार्रवाई
बता दें कि इससे पहले 18 जुलाई को गुजरात एटीएस की एक टीम ने सूरत के पलसाना में एक फैक्ट्री पर छापेमारी कर भारी मात्रा में ड्रग्स और नशीले पदार्थ बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल बरामद किया था। एटीएस की टीम को पलसाना के कारेली में स्थित फैक्ट्री में ड्रग्स की सूचना मिली थी। एटीएस को पता चला था कि ड्रग्स का गोरखधंधा रिहायशी इलाकों के बीच एक फैक्ट्री में चल रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री पर छापा मारा और भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद किया। इस दौरान तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया था। (IANS)
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