गुजरात के पोरबंदर में ड्रग्स के खिलाफ सबसे बड़ा ऑपरेशन किया गया है। गुजरात के समंदर में एटीएस, एनसीबी और नौसेना द्वारा किया गया यह सबसे बड़ा ऑपरेशन है। बता दें कि देर रात तक चले इस ऑपरेशन में 500 किलोग्राम से ज्यादा की ड्रग्स को जब्त किया गया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है। हालांकि यह पहली बार नहीं है, जब गुजरात में ड्रग्स की इतनी बड़ी खेप पकड़ी गई है। दरअसल पिछले कुछ वक्त से अरब सागर के जरिए गुजरात और मुंबई जैसे राज्यों में ड्रग्स की तस्करी की जा रही है। इससे पहले गुजरात के वलसाड जिले में मेफेड्रोन बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया था। इस दौरान 3 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
गुजरात में ड्रग्स के खिलाफ बड़ी कामयाबी
इस दौरान कारखाने से करीब 25 करोड़ रुपये की मूल्य की ड्रग्स को जब्त किया गया था। राजस्व खुफिया निदेशालय ने इसे लेकर प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि एक विशिष्ट सूचना के आधार पर सूरत और वापी के डीआरआई दलों ने वलसाड जिले के उमरगाम और देहरी में जीआईईडीसी के विभिन्न स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान कारखाने को सिंथेटिक मादक पदार्थ के अवैध निर्माण में लिप्त पाया गया। डीआरआई ने कहा कि वलसाड की फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के एक दल ने कारखाने में पाने गए संदिग्ध साइकोट्रोपिक पदार्थ मेफेड्रोन की मौजूदगी की पुष्टि की।
मुजफ्फरपुर में मिली कोकीन
इसी कड़ी में शुक्रवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में डीआरआई की टीम को बड़ी कामयाबी मिली। यहां एक व्यक्ति के पास से 42 करोड़ रुपये की कीमत के कोकीन को जब्त किया गया है। बता दें कि मामला 13 नवंबर का है जब आरोपी के पास से 4.2 किलोग्राम कोकीन को जब्त किया गया था। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोकीन की कीमत 42 करोड़ रुपये बता जा रही है। इस मामले में एक भारतीय नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि भारतीय नागरिक थाईलैंड से भारत में मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त पाया गया है।