Highlights
- कोलकाता में भेजा गया था गियर बॉक्स में छुपा कर ड्रग्स
- गुजरात ATS और DRI ने किया स्क्रैप कंटेनर से माल जब्त
- 12 गियर बॉक्स में निकली करीब 200 करोड़ रुपये की हेरोइन
Gujarat News: गुजरात ATS और DRI ने कोलकाता पोर्ट के सेंचुरी CFS से 200 करोड़ रुपये की कीमत का 40 किलोग्राम हेरोइन बरामद किया। इसे दुबई से एक स्क्रैप के कंसाइनमेंट में छुपा कर भेजा गया था। एजेंसियों को कुल 12 ऐसे गियर बॉक्स मिले हैं जिनमें ये खेप भेजी गयी थी। गुजरात ATS को इनपुट मिला था कि कोलकाता के सेंचुरी CFS पर 7 महीने से स्क्रैप कंटेनर में गियर बॉक्सेज में ड्रग्स छुपा पड़ा है। सूचना बिलकुल सही निकली। बता दें कि 2022 में अब तक गुजरात ATS ने विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर 6440 करोड़ की कीमत का 1221 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ा है।
12 गियर बॉक्स में निकली 197.82 करोड़ रुपये की हेरोइन
एक अधिकारी ने शुक्रवार को जानकारी दी कि गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की संयुक्त टीम ने पश्चिम बंगाल में कोलकाता बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 197.82 करोड़ रुपये कीमत की 39.5 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है। गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने गांधीनगर में कहा कि प्रतिबंधित पदार्थ 12 गियर बॉक्स के अंदर छिपा कर रखा गया था, जो दुबई के जेबेल अली बंदरगाह से शिपिंग कंटेनर में भेजे गए 7,220 किलोग्राम धातु स्क्रैप का हिस्सा था और यह फरवरी में कोलकाता बंदरगाह पहुंचा था।
36 गियर बॉक्स में से 12 पर सफेद स्याही के निशान
भाटिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात एटीएस को मिली एक खुफिया सूचना के आधार पर, एटीएस और डीआरआई के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने कुछ दिन पहले कोलकाता बंदरगाह के पास एक कंटेनर फ्रेट स्टेशन पर छापा मारा था, जहां उनका ध्यान एक कंटेनर पर गया था, जो दुबई से फरवरी में वहां पहुंचा था।’’ उन्होंने कहा कि धातु के स्क्रैप में पाए गए 36 गियर बॉक्स में से 12 पर सफेद स्याही के निशान थे, उन्होंने कहा कि इन गियर बॉक्स को खोलने पर सफेद पाउडर के 72 पैकेट पाए गए।
डीजीपी ने बताया, ‘‘फोरेंसिक विश्लेषण में पुष्टि हुई कि पैकेट में 39.5 किलोग्राम हेरोइन थी जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 197.82 करोड़ रुपये है। जांच अब भी जारी है क्योंकि अधिकारियों ने बाकी गियर बॉक्स को भी खोलने का फैसला किया है। प्राथमिक जांच से पता चला है कि कंटेनर को फिर से कोलकाता से किसी अन्य देश में भेजा जाना था।’’