Highlights
- गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर ओवैसी ने किया सूरत का दौरा
- कहा- देश को चलाना है तो संविधान से चलाना होगा
- कहा- सत्ता का पावर किसी के पास स्थाई नहीं है
Gujarat Assembly Elections: गुजरात विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजनैतिक दलों ने गुजरात दौरा शुरू कर दिया है। इस बीच सूरत पहुंचे AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ऐसा बयान दिया है, जिससे सियासी गलियारों में एक नई चर्चा का जन्म हो गया है। दरअसल ओवैसी ने कहा कि वो बीजेपी की B टीम नहीं हैं बल्कि A टीम हैं। ओवैसी ने पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए ये बात कही।
गौरतलब है कि इस साल के आखिर में गुजरात विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने तरीकों से वोटरों को रिझाने की कोशिश में लगी हैं। ऐसे में ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी सूरत में केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। विपक्ष द्वारा उन्हें बीजेपी की बी टीम बताने पर ओवैसी ने कहा कि वह तो ए टीम हैं। हालांकि इस दौरान ओवैसी बीटीपी और आप के बीच गठबंधन को लेकर बोलने से कतराते नजर आए।
योगी सरकार पर साधा निशाना
ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने योगी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश को चलाना है तो संविधान से चलाना होगा। अगर आप संविधान से नहीं चलाएंगे और जज बन जाएंगे, कोर्ट बन जाएंगे, पुलिस बन जाएंगे तो फिर यह रूल ऑफ लॉ नहीं होगा। कोर्ट में आरोप साबित होने से पहले घर तोड़ देंगे? यह तो गलत है।
मध्य प्रदेश की नीमच घटना पर भी बोले ओवैसी
ओवैसी ने मध्य प्रदेश की नीमच की घटना पर कहा कि सत्ता का पावर किसी के पास स्थाई नहीं है। मुसलमान होने के शक में एक जैन व्यक्ति को मार डाला गया, वही एक दिव्यांग जिसका हाथ कटा है, उस पर पत्थर फेंकने का मामला दर्ज कर उसकी दुकान तोड़ दी गई। ये नफरत कौन फैला रहा है?
गुजरात के अल्पसंख्यकों पर भी बोले ओवैसी
ओवैसी ने गुजरात के अल्पसंख्यकों पर भी बात की। उन्होंने माइनॉरिटी को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल करनेवाली विपक्ष की भूमिका पर सवाल करते हुए कांग्रेस को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि 1984 के बाद से अब तक एक मुस्लिम गुजरात में एमपी नहीं बना है। आपके पास कोई पार्टी में तैयार नहीं है। हारने पर मुस्लिमों को दोष देते हैं। देश की राजनीति बदल रही है और किसी खानदान का होने के वहम से आप बाहर निकलें। मुसलमानों को उनका राजनैतिक हक मिलेगा। इस दौरान ओवैसी ने खुद को लैला बताया और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की राजनीतिक अहमियत पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं उन्हें नहीं जानता।