अहमदाबाद। गुजरात में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 298 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,61,838 हो गई, जबकि एक व्यक्ति की संक्रमण से मौत हो गई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। राज्य में संक्रमण से मौत खेड़ा जिले में हुई है। इसी के साथ गुजरात में मृतकों की कुल संख्या अब 4,388 हो गई है। विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि दिन में कुल 406 रोगियों को छुट्टी दे दी गई, जिससे गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,54,109 तक पहुंच गई।
गुजरात में 807 बूथों पर लगाए जा रहे टीके
राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर 97.05 प्रतिशत है। गुजरात में अब 3,341 मरीजों का इलाज चल रहा है और उनमें से 30 वेंटिलेटर पर हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि गुजरात में 807 बूथों पर सोमवार को कोविड-19 के लिए कुल 34,440 लोगों को टीका लगाया गया। 16 जनवरी से अब तक 3,51,904 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।
केंद्र शासित प्रदेश दमन, दीव, दादरा और नगर हवेली में, एक और व्यक्ति को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 3,363 हो गई। अधिकारी ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमण के कुल 3,370 मामले हैं, जिसमें से अब पांच मरीजों का इलाज चल रहा है और अब तक दो मौतें हुई हैं।
गुजरात के डॉक्टरों ने ‘मिक्सोपैथी’ के खिलाफ क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की
आयुर्वेदिक चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने के केंद्र के फैसले के खिलाफ आईएमए के आह्वान पर राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के तहत गुजरात में डॉक्टरों ने सोमवार को क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) गुजरात शाखा से जुड़े करीब 20 डॉक्टर यहां आश्रम रोड पर अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के बाहर एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे। आईएमए की राज्य शाखा से करीब 30,000 डॉक्टर जुड़े हुए हैं।
आईएमए के गुजरात सचिव डॉ. कमलेश सैनी ने कहा कि आधुनिक दवा आयुर्वेद से अलग है और सरकार को ‘मिक्सोपैथी’ की अनुमति नहीं देनी चाहिए। ‘मिक्सोपैथी’ के तहत आयुर्वेदिक डॉक्टर तीन साल के पाठ्यक्रम के बाद कुछ तरह की सर्जरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि आईएमए मुख्यालय के निर्देश पर एक फरवरी और 14 फरवरी के बीच गुजरात के विभिन्न शहरों में क्रमिक भूख हड़ताल की जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मिक्सोपैथी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए आईएमए की गुजरात शाखा ने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की है और सोमवार को 20 डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। कल डॉक्टरों का एक और समूह भूख हड़ताल करेगा।’’ सैनी ने कहा कि चार फरवरी तक अहमदाबाद में भूख हड़ताल जारी रहेगी जिसके बाद 14 फरवरी तक वडोदरा और सूरत जैसे अन्य शहरों में इसी प्रकार के प्रदर्शन किए जाएंगे। केंद्र के फैसले के खिलाफ आईएमए ने दूसरी बार राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।