अहमदाबाद: गुजरात के नर्मदा जिले में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के आसपास पर्यटकों को ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 15 इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा गुरुवार सुबह आग में जल गए। ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ क्षेत्र विकास एवं पर्यटन प्रशासन प्राधिकरण (SOUADTGA) ने हालांकि इन खबरों का खंडन किया कि ऑटो-रिक्शा में आग बैटरी चार्ज करने के दौरान लगी।
एक अधिकारी ने बताया कि एक निजी कंपनी ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ आने वाले पर्यटकों के लिए 90 से अधिक इलेक्ट्रिक ऑटो-रिक्शा के बेड़े का प्रबंधन करती है और स्थानीय आदिवासी महिलाओं को ड्राइवर के रूप में नियुक्त करती है। एसओयूएडीटीजीए की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘‘गुरुवार सुबह, केवडिया गांव के पास एक चार्जिंग स्टेशन पर खड़े 15 ऑटो-रिक्शा में अज्ञात कारणों से आग लग गई। ये ऑटो चार्जिंग स्टेशन से 35 फुट दूर खड़े थे, जिससे यह साबित होता है कि बैटरी चार्ज करने के दौरान इनमें आग नहीं लगी।’’
बयान में कहा गया है कि स्थानीय अग्निशमन दल के कर्मी मौके पर पहुंचे और आग को पास में खड़े अन्य इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों में फैलने से पहले ही बुझा दिया। प्राधिकरण ने कहा कि निजी कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर आग लगने के सही कारणों का पता लगाने का अनुरोध किया है। भारत के पहले गृह मंत्री वल्लभभाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ वडोदरा शहर से 100 किलोमीटर दूर केवडिया के पास स्थित है। 182 मीटर ऊंची इस मूर्ति को दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बताया जाता है।