सूरत: देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले हीरा नगरी सूरत ने आज एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन को सूरत में बना लैब ग्रोन डायमंड, जो कि करीबन 7.30 कैरेट का इको-फ्रेंडली हीरा है, उपहार में दिया। इसको लेकर सूरत का हीरा एक बार फिर से विश्व भर में चर्चा का विषय बन गया है।
सूरत के इच्छापुर की कंपनी में बना हीरा
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं और इस बीच उनकी वजह से डायमंड सिटी सूरत एक बार फिर सुर्खियों में है, क्योंकि इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की प्रथम महिला को जो हीरा उपहार में दिया, उसे सूरत की लैब में तैयार किया गया है। सूरत में असली हीरों के साथ-साथ लैंबग्रोन हीरों की भी काफी मांग है। लैब में उगाए गए हीरों को पर्यावरण-अनुकूल हीरे के रूप में जाना जाता है। ग्रीन हीरे जमीन से नहीं निकाले जाते, बल्कि इन्हें प्रयोगशाला में वैज्ञानिक विधि से कृत्रिम रूप से बनाया जाता है। पीएम मोदी ने जो हीरा भेंट किया है उसे सूरत के इच्छापुर स्थित एक कंपनी में बनाया गया है।
सीवीडी तकनीक से दो महीने में बनता है ये ग्रीन हीरा
हीरा उद्यमियों की माने तो यह देश के लिए एक गौरव की बात है कि उनके यहां बनाया गया हीरा अमरीका के व्हाइट हाउस में पहुंच गया है। यह हीरा पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी के बेस पर बना है। सूरत की डायमंड लैब के एमडी स्मित पटेल का कहना है कि ये हीरा सीवीडी तकनीक से बना है। ये पूरे देश के लिए बहुत बड़े गर्व की बात है कि सूरत, गुजरात में बना हीरा अब हमेशा के लिए व्हाइट हाउस में रखा जाएगा। पटेल ने बताया कि जो हीरा पीएम मोदी ने भेंट किया है वह 7.5 कैरेट का है वो इसलिए क्योंकि हम स्वतंत्रता के 75 साल को मना रहे हैं और ये ग्रीन एनर्जी से बनाया गया है। उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए गर्व की बात होगी जब अमेरिका की प्रथम लेडी इस हीरे को पहनेंगी। सूरत की डायमंड लैब के एमडी का कहना है कि ऐसे हीरे को बनने में कम से कम दो महीने लगते हैं।
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