भारतीय वायुसेना के एक गरुड़ कमांडो ने ड्यूटी पर आत्महत्या कर ली। जानकारी मिली है कि ये कंमाडों गुजरात के कच्छ जिले में भुज के पास वायुसेना स्टेशन पर तैनात था। लेकिन ड्यूटी के दौरान उसने अपनी सर्विस पिस्तौल से कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शनिवार को बताया कि ये घटना 16 नवंबर को तड़के हुई। पुलिस ने बताया कि गरुड़ कमांडो नाइट ड्यूटी पर तैनात था। भुज 'ए' डिवीजन पुलिस थाने के उप निरीक्षक डी जे ठाकोर ने बताया कि पीड़ित की पहचान 23 साल के योगेश कुमार महतो के रूप में की गई है।
वित्तीय दिक्कतों और व्यक्तिगत कारणों से था परेशान
पुलिस ने बताया कि वायुसेना के गरुड़ कमांडो ने संभवत: वित्तीय दिक्कतों और कुछ अन्य व्यक्तिगत कारणों से आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा, ‘‘महतो झारखंड के रहने वाले थे और भुज वायुसेना स्टेशन पर भारतीय वायुसेना की गरुड़ कमांडो फोर्स यूनिट में कार्यरत थे। हमें पता चला कि वह कुछ वित्तीय दिक्कतों का सामना कर रहे थे और झारखंड में रह रही अपनी मां के बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण भी तनाव में थे।’’ गरुड़ कमांडो फोर्स भारतीय वायुसेना की विशेष बल इकाई है जिसे महत्वपूर्ण वायुसेना अड्डों और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा, खोज और बचाव के साथ-साथ आतंकवाद रोधी और बंधक बचाव अभियानों जैसी जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं।
वायुसेना स्टेशन पर सिर में मारी गोली
पुलिस ने जो रिपोर्ट दर्ज की है उसके अनुसार, महतो ने 16 नवंबर को तड़के तब अपनी पिस्तौल से अपने सिर में गोली मार ली, जब वह भुज वायुसेना स्टेशन पर रात की ड्यूटी पर थे। महतो द्वारा आत्महत्या की कोशिश किये जाने के बारे में जानने के बाद, उनके वरिष्ठ अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह उन्हें जी के जनरल अस्पताल ले आए, जहां चिकित्सकों ने सुबह उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, सिंह ने उन्हें बताया कि महतो एलएसी या 'लीडिंग एयरक्राफ्ट्समैन' के पद पर कार्यरत थे और भारतीय वायुसेना की विशेष बल इकाई का हिस्सा थे।
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