नर्मदा: गुजरात के नर्मदा जिले में बाढ़ जैसे हालात बनने से हर तरफ चिंता छाई हुई है। प्रशासन बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए तैयारियां करने में जुटा है। इसी बीच जिला प्रशासन ने जिले के स्कूल और कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि नर्मदा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा जिले के कई गांवों में बाढ़ की रिपोर्ट के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सोमवार को सभी स्कूलों, कॉलेजों और आईटीआई को बंद रखने की अधिसूचना जारी की है।
इससे पहले नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण नर्मदा भरूच और वडोदरा जिलों में नर्मदा नदी के किनारे के कई गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। बता दें कि भारी बारिश के बाद केवड़िया कॉलोनी में सरदार सरोवर नर्मदा बांध के 30 में से 23 गेट शनिवार को 5.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए खोल दिए गए थे। इस बीच, नर्मदा में जल स्तर में वृद्धि के बीच जिले में एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही प्रशासन नर्मदा निगम बांध में जल स्तर बनाए रखने और बाढ़ के प्रभाव को लगातार कम करने के लिए सावधानीपूर्वक प्रयास कर रहा है।
अधिकारियों द्वारा भरूच नर्मदा की लगातार निगरानी की जा रही
इसके अलावा, वडोदरा जिले के अधिकांश कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा भरूच नर्मदा की लगातार निगरानी की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निचले इलाके बाढ़ से प्रभावित न हों। इससे पहले एक अधिकारी ने बताया कि आज 16 सितंबर को देर रात नर्मदा बांध से 19 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है, जिसके संबंध में जिला प्रशासन ने नदी के किनारे से सटे निचले इलाकों के लोगों से जानकारी मांगी है. नर्मदा नदी जैसे दभोई, शिनोर और कर्जन तहसील के गांवों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कहा गया है।