अहमदाबाद: भारतीय तट रक्षकों (Indian Coast Guards) ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ (Cyclone Biparjoy) के असर से खराब मौसम के बीच रातभर चले अभियान में गुजरात में द्वारका तट से 40 किलोमीटर दूर तेल निकालने के लिए समुद्र पर बनाए गए प्लेटफॉर्म (ऑयल रिग) से 50 कर्मचारियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। समुद्री एजेंसी ने एक बयान में कहा,‘‘भारतीय तटरक्षक क्षेत्र उत्तरपश्चिम ने आईसीजी एएलएच विमान और शूर पोत से ऑयल रिग ‘की सिंगापुर’ से 50 कर्मियों को सुरक्षित निकाला।’’ उसने कहा, ‘‘उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और पोत ने खराब समुद्री परिस्थितियों और चक्रवात बिपारजॉय के कारण खराब मौसम में इसे अंजाम दिया।
बता दें कि चक्रवात बिपारजॉय गुजरात के तटीय क्षेत्र के पास कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह पर 15 जून को पहुंचने की संभावना है। तटरक्षक बल ने बचाव कार्यों के लिए अपने उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एमके तृतीय को सेवा में लगाया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘‘वीएससीएस (बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान) बिपारजॉय 13 जून, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात ढाई बजे (सोमवार को आधी रात के बाद) पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम और जखाऊ बंदरगाह से 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। यह 15 जून की शाम तक वीएससीएस के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से गुजरेगा।’’
बिपारजॉय के कारण वीरान पड़ा है जखाऊ बंदरगाह
बिपारजॉय चक्रवात के आगमन से पहले गुजरात के व्यस्ततम बंदरगाहों में से एक जखाऊ बंदरगाह सुनसान पड़ा है, समुद्र अशांत है, तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। “अत्यंत गंभीर चक्रवातीय तूफान” बिपरजॉय के पंद्रह जून को बंदरगाह से टकराने का अनुमान है, जिसके मद्देनजर आम लोगों को बंदरगाह के आसपास से हटा दिया है। फिलहाल बंदरगाह के पास कुछेक कर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं। मछली पकड़ने वाली सैकड़ों नावों को तट पर लाया गया है और उन्हें प्रकृति के आसन्न प्रकोप से बचाने की उम्मीद में कतारों में खड़ा कर दिया गया है। बंदरगाह पर तैनात भारतीय तट रक्षक और BSF के जवानों को छोड़कर किसी को भी यहां प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
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