गांधीनगर: गुजरात विधानसभा में गुरुवार को काफी गहमागहमी देखने को मिली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष ने गुरुवार को सदन से वॉकआउट करने के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के 11 विधायकों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। बता दें कि 3 दिन के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विपक्षी दल के ये विधायक संक्षिप्त नोटिस पर कुछ प्रश्न पूछना चाहते थे लेकिन अध्यक्ष शंकर चौधरी ने उनकी मांग नामंजूर कर दी। स्पीकर द्वारा प्रश्न पूछने की इजाजत देने से इनकार करने पर कांग्रेस के इन विधायकों ने विरोध जताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
विधानसभा में मौजूद नहीं थे कांग्रेस विधायक मेवानी
कांग्रेस विधायकों के वॉकआउट करने के तुरंत बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में नारेबाजी करने और तख्तियां लहराने को लेकर इन विधायकों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया। बता दें कि गुजरात विधानसभा में फिलहाल कांग्रेस के 12 विधायक हैं लेकिन पार्टी के MLA जिग्नेश मेवानी गुरुवार को अनुपस्थित थे। इससे पहले कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावड़ा और अन्य ने ‘राजकोट अग्निकांड के पीड़ितों को इंसाफ दो’, ‘मादक पदार्थ के खतरे पर रोक लगाओ’, ‘भूमाफिया पर शिकंजा कसो’ और ‘नवसारी में जलापूर्ति स्कैंडल’ जैसे नारे वाली तख्तियां दिखाईं।
‘मंत्रियों को उत्तर देने के लिए बाध्य नहीं कर सकते’
कांग्रेस विधायक दल के नेता चावड़ा ने दावा किया कि पार्टी विधायकों ने मॉनसून सत्र के प्रारंभ होने से पहले विधानसभा सचिवालय को संक्षिप्त नोटिस वाले 12 प्रश्न सौंपे थे लेकिन उनमें से किसी को चर्चा के लिए नहीं चुना गया। विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्षी दल से कहा कि संक्षिप्त नोटिस वाले प्रश्नों का चयन संबंधित मंत्री की सहमति के बाद ही चर्चा के लिए किया जाता है लेकिन मंत्रियों को उत्तर देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। बता दें कि गुजरात विधानसभा का 3 दिन का मॉनसून सत्र बुधवार को शुरू हुआ था और पहले दिन एक प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत के लिए बधाई दी। (भाषा)