गुजरात विधानसभा चुनाव बीत गया। भाजपा प्रचंड जीत के साथ एक बार फिर से गुजरात में अपनी सरकार बनाने जा रही है। वहीं कांग्रेस को इस चुनाव में करारी हार झेलनी पड़ी है। जिसके बाद कांग्रेस ने समीक्षा बैठक की। गुजरात विधानसभा चुनाव में हार झेलने के बाद कांग्रेस ने कहा कि राज्य में हुए चुनाव में उसका प्रदर्शन काफी निराशजनक रहा है और स्थानीय नेतृत्व को लेकर अब कठोर निर्णय लेने का समय है।
कांग्रेस का मुकाबला भाजपा के साथ-साथ उसकी B टीम से भी
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह दावा भी किया कि गुजरात में कांग्रेस का मुकाबला BJP के साथ-साथ उसकी B टीम AIMIM और AAP के साथ भी था। उन्होंने कहा, ‘‘गुजरात के चुनाव नतीजे अत्यंत निराशाजनक हैं। हम इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे। गुजरात में कांग्रेस और भाजपा का मुकाबला नहीं था। वहां एक तरफ भाजपा और एआईएमआईएम एवं आप का गठबंधन था, तो दूसरी तरफ कांग्रेस थी।’’ जयराम रमेश ने दावा किया, ‘‘केंद्र और राज्य सरकार की संस्थाएं भाजपा की मदद करने में लगी हुई थीं । हमने शिकायत की, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। ‘जी 2’ यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगे हुए थे। आचार संहिता का उल्लंघन किया गया।’’
स्थानीय नेतृत्व को लेकर कठोर निर्णय लेने का वक्त आ गया है
जयराम रमेश ने कहा,‘‘हमारा वोट प्रतिशत 27 है। यह 40 प्रतिशत से घटकर हुआ है। 27 प्रतिशत वोट कम नहीं होता और यह एक चुनाव में 40 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।’’ रमेश ने कहा, ‘‘हम कोई बहाना नहीं बना रहे। यह आत्मचिंतन का समय है, एकजुट होने का समय है। नया नेतृत्व लाने का समय है। गुजरात में मुद्दे हैं।’’ उनका यह भी कहना था कि अब स्थानीय नेतृत्व को लेकर कठोर निर्णय लेने का वक्त है। उन्होंने कहा कि प्रचार अभियान प्रदेश नेतृत्व ने चलाया था।
भाजपा ने एक बार फिर रचा इतिहास
भाजपा को गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में 52.5 प्रतिशत मत के साथ 156 सीट मिली है। मुख्य विपक्षी कांग्रेस 27 प्रतिशत मतों के साथ 17 सीट पर सिमट गई, तो आप को करीब 13 प्रतिशत मतों के साथ पांच सीट हासिल हुई। रमेश ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पर कहा कि जनता ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है और अब सरकार को पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने समेत विभिन्न वादों को पूरा करना है। उन्होंने यह दावा भी किया, ‘‘एक तरह से देखा जाए तो हिमाचल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रचार नाकाम रहा। गुजरात को छोड़कर अन्य सभी जगह भाजपा के खिलाफ नतीजे आए हैं।’’