गोधरा: NEET-UG परीक्षा में अनियमितताओं की जांच कर रही CBI की एक टीम ने गुरुवार को उन 3 परीक्षार्थियों के बयान दर्ज किए, जिन्होंने गुजरात में गोधरा के पास एक प्राइवेट स्कूल में हुई परीक्षा पास करने में मदद के लिए एक आरोपी को कथित तौर पर पैसे दिए थे। इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ता तीनों परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के अलावा गोधरा सर्किट हाउस में स्थानीय जय जालाराम स्कूल के मालिक दीक्षित पटेल से भी पूछताछ कर रहे हैं। CBI की एक टीम 5 मई को आयोजित NEE एग्जाम के दौरान कथित गड़बड़ी की जांच के लिए पिछले 4 दिनों से गुजरात में ठहरी हुई है।
CBI टीम ने किया था 2 प्राइवेट स्कूलों का दौरा
बता दें कि दीक्षित पटेल के स्कूल में भी NEET परीक्षा आयोजित की गई थी। टीम ने बुधवार को अपनी जांच के तहत गुजरात के खेड़ा और पंचमहल जिलों में 2 प्राइवेट स्कूलों का दौरा किया था। CBI के अधिकारियों ने सबसे पहले खेड़ा जिले में सेवलिया-बालासिनोर हाइवे पर स्थित जय जालाराम इंटरनेशनल स्कूल और बाद में पंचमहल जिले के गोधरा में स्थित जय जालाराम स्कूल का दौरा किया। एक-दूसरे से 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इन दोनों स्कूलों का मालिक पटेल है। गोधरा पुलिस ने 8 मई को 3 लोगों के खिलाफ IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात के आरोप लगाए गए हैं।
27 परीक्षार्थियों को पास कराने की हुई थी डील
जिन 3 लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज किए हैं, उनके ऊपर 27 परीक्षार्थियों से 10-10 लाख रुपये लेकर नीट-यूजी परीक्षा पास कराने में मदद करने का आरोप है। प्रश्न पत्र लीक होने के दावों की जांच के लिए छात्रों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और मुकदमेबाजी के बीच, 23 जून को सीबीआई ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ IPC की धाराओं 120-B (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत एक नई प्राथमिकी दर्ज की थी। CBI ने NEET-UG में कथित गड़बड़ी के 5 नए मामलों की जांच अपने हाथ में ली है, जिनकी जांच गुजरात, राजस्थान और बिहार की पुलिस कर रही थी। गुजरात पुलिस ने इन मामलों में गोधरा के एक स्कूल के प्रिंसिपल और एक शिक्षक समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया था।
परीक्षा बिना किसी बाधा के संपन्न हो गई थी
गोधरा पुलिस की 8 मई की FIR के मुताबिक, इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब पंचमहल जिला कलेक्टर को सूचना मिली कि कुछ लोग परीक्षा से जुड़ी गड़बड़ियों में शामिल हैं। FIR में कहा गया है कि चूंकि सूचना पहले ही मिल गई थी, इसलिए अधिकारियों ने केंद्र (गोधरा में जय जालाराम स्कूल) पर गड़बड़ी को रोक दिया और परीक्षा बिना किसी बाधा के संपन्न हो गई। पुलिस ने भौतिकी के शिक्षक तुषार भट्ट, स्कूल के प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम शर्मा, वड़ोदरा में रहने वाले शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उसके सहयोगी विभोर आनंद और कथित बिचौलिए आरिफ वोहरा को गिरफ्तार किया था।
27 में से 3 छात्र ही परीक्षा पास कर पाए
जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर गोधरा तालुका थाने में दर्ज FIR के अनुसार, जय जालाराम स्कूल में पढ़ाने वाले भट्ट से 7 लाख रुपये कैश बरामद किए गए थे और उसे शहर में NEET के लिए उपकेंद्र अधीक्षक नियुक्त किया गया था। सूत्रों के अनुसार, जिन 27 छात्रों ने या तो अग्रिम भुगतान कर दिया था या रॉय व अन्य को पैसे देने पर सहमत हो गए थे, उनमें से केवल 3 ही परीक्षा पास कर पाए। आरोपियों ने अभ्यर्थियों से कहा था कि अगर उन्हें उत्तर पता हो तो वे एक प्रश्न हल करें वरना पेपर खाली छोड़ दें। FIR के अनुसार, परीक्षा के बाद जब पेपर जमा किए गए तो भट्ट ने बाकी सवालों के उत्तर लिखे। बता दें कि 571 शहरों के केंद्रों पर 24 लाख से अधिक छात्रों ने NEET-UG 2024 परीक्षा दी। (भाषा)