
बनासकांठा के डीसा जीआईडीसी में पटाखा गोदाम में आग लग गई, आग इतनी भयावह थी कि इस घटना में 21 लोगों की दर्दनाक तरीके से जिंदा जलकर मौत हो गई। अंदाजा लगाया जा रहा कि आग संभवतः जल तापन बॉयलर विस्फोट के कारण लगी। वहीं, आग लगने की सूचना पाकर फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। इसके अलावा, कई मजदूर अभी घायल बताए जा रहे, जिनका इलाज नजदीकी अस्पताल में हो रहा है।
आग पर पाया गया काबू
मामला बनासकांठा के डीसा जीआईडीसी में आतिशबाजी के गोदाम का है, जहां अचानक आज दोपहर में आग लग गई, फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने के कारण फैक्ट्री का स्लैब भी टूट कर गिर गया, जिसके कारण बचाव काम में बाधा पैदा हो गई और थोड़ी देर के लिए घटना स्थल पर अफरा-तफरी का महौल बन गया। डीसा तालुका पुलिस सहित प्रशासनिक कर्मियों की एक टीम घटनास्थल पर है।
'मध्य प्रदेश के रहने वाले थे सभी मृतक'
जिला कलेक्टर मिहिर पटेल ने कहा, ‘जान गंवाने वाले सभी लोग मूल रूप से मध्य प्रदेश के हरता जिले के हलिया गांव के रहने वाले थे।' उन्होंने बताया कि इस हादसे में 21 लोग मारे गए और 6 अन्य घायल हो गए। पटेल ने कहा, ‘कुल 19 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि दो अन्य की पहचान के लिए डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं।’ उन्होंने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि मजदूरों के शरीर के अंग 200-300 मीटर दूर तक उड़ गए और इमारत की स्लैब ढह गई।
फैक्ट्री का मालिक हुआ गिरफ्तार
मिली जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री का नाम दीपक ट्रेडर्स हैं, कंपनी में पटाखे बनाने का काम होता था। फिलहाल मौके से मलबा हटाने का काम जारी है। वहीं, एसडीआरएफ की टीम पहुंची और गोदाम से शवों को निकालना शुरू किया है। जिला कलेक्टर माहिर पटेल मौके पर पहुंचे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैक्ट्री मालिक दीपक खूबचंद्र सिंधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आग लगने का कारण अभी तक सामने नहीं आया है।
(इनपुट- रतन सांगिया)
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