Highlights
- बनास डेयरी के पशुपालकों को मिली ऐतिहासिक प्रॉफिट शेयरिंग
- इस साल डेयरी अपने मेंबर्स में बांटेगी 1650 करोड़ रुपये का मुनाफा
- बनाय डेयरी की जमीन और संपत्ति में भी भारी बढ़ोतरी
Banas Dairy: किसानो की आय दोगुनी करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना गुजरात सहकार क्षेत्र द्वारा साकार होता नजर आ रहा है, क्योंकि एक तरफ जहां किसानों की उपज के समर्थन मूल्य द्वारा किसानों की आय बढती नजर आ रही हैं वहीं, पशुपालकों के लिए बढ़ते दूध उत्पादन के साथ-साथ दूध के बढ़ते दाम भी दोगुना फायदा दे रहे हैं। हाल ही में एशिया की सबसे बड़ी डेयरी बनास डेयरी ने अपनी 54वीं वार्षिक सभा में सभी पशुपालकों में मूल्य वृद्धि को लेकर काफी उत्साह था।
पिछले साल बांटा था 1152 करोड़ रुपये का मुनाफा
पशुपालकों के उत्साह को बढ़ाते हुए बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर चौधरी ने दूध में फैट के भाव में 19.12% मूल्य वृद्धि की घोषणा की। इससे लाखों पशुपालकों को फायदा होगा। डेयरी को हुए 1650 करोड़ रुपये के मुनाफे को डेयरी अपने 3.5 लाख मेंबर्स में बांटेगी। पिछले साल डेयरी ने 1152 करोड़ रुपये का मुनाफा अपने मेंबर्स में बांटा था।
डेयरी की जमीन और संपत्ति में भी भारी बढ़ोतरी
पिछले 7 साल में बनास डेयरी ने न सिर्फ दूध के क्षेत्र में बल्कि डेयरी की जमीन से लेकर डेयरी की संपत्ति में भी भारी बढ़ोतरी हुई हैं। नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में डेयरी के शंकरभाई चौधरी के प्रयासों से बनास डेयरी ने पिछले कुछ सालों में काफी महत्वपूर्ण सिद्धिया हासिल की है और दुनिया में अपना स्थान बनाया है। बनासकांठा विश्व का पहला जिला होगा जहां प्रतिदिन सिर्फ दूध के लिए किसानों के खाते में 30 करोड़ रुपये जमा होते हैं। ये सिद्धि पशुपालकों और बनास डेयरी के कर्मयोगियों के सहयोग से हासिल हुई हैं।
आज टेक्नोलॉजी के युग में भी बनास डेयरी प्रतिदिन प्रगति की ओर आगे बढ़ रही हैं और उसमे भी इस साल 1650 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक मूल्य वृद्धि देकर बनास डेयरी ने पशुपालकों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य दिया हैं।
हर महीने पशुपालकों को 927 करोड़ रुपये चुकाती हैं बनास डेयरी
कुछ आंकड़े है जो कि बनास डेयरी की प्रतिबद्धता और सफलता की ओर साफ साफ इशारा करते हैं। बनास डेयरी प्रतिदिन 30.48 करोड़ रुपये दूध के लिए चुकाती हैं, हर महीने बनास डेयरी पशुपालकों को 927 करोड़ रुपये चुकाती हैं।
- बनास डेरी की पूंजी 848 करोड़ हुई है
- बनास डेरी की संपत्ति 3513 करोड़ हुई हैं
- बनास डेरी की ज़मीन 971 बीघा हुई है
- शेयर फंड 373 करोड़ हुआ हैं
पिछले सात सालों में 5723 करोड़ रुपये का मूल्य परिवर्तन चुकाया गया हैं और बनास डेयरी के इतिहास में सबसे ज्यादा 1650 करोड़ का 19.12% मूल्य वृद्धि की घोषणा की गई हैं। हालांकि ये आंकड़े तो गुजरात और बनास डेयरी की प्रगति के महज कुछ उदहारण है। आपको बता दें कि बनास डेयरी ने न सिर्फ दूध के क्षेत्र में बल्कि शहद उत्पादन, गोबर गैस उत्पादन जैसे कई क्षेत्रों में भी क्रांति लाई है जो की देश के लोगों के लिए प्रेरणादाई हैं।