मेरे कार्यकाल में अहमदाबादियों से सफाई के नाम पर लिए जाने वाले यूजर चार्ज नहीं बढ़ेंगे: हितेश बरोट
17 Feb 2022, 10:44 PMशहर के रेजिडेंशियल इलाको में फिलहाल हर घर को 2 डस्टबिन सूखे और गीले कचरे के लिए निःशुल्क दी जा रही है।
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शहर के रेजिडेंशियल इलाको में फिलहाल हर घर को 2 डस्टबिन सूखे और गीले कचरे के लिए निःशुल्क दी जा रही है।
गुजरात के शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों में प्री-स्कूल बंद होने के कारण बच्चों को शिक्षा का काफी नुकसान हुआ है, इसलिए सरकार एक कार्ययोजना तैयार कर रही है ताकि प्री-स्कूल शिक्षा नहीं हासिल करने वाले बच्चे भी कक्षा एक में प्रवेश ले सकें।
गुजरात के बनासकांठा जिले में एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका गया तथा उसकी बारात पर पथराव किया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने एक गांव के सरपंच समेत 28 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।
26 जुलाई, 2008 को गुजरात का अहमदाबाद में हुए सीरियल ब्लास्ट में कोर्ट का फैसला आ गया है। कोर्ट ने कुल 77 में से 28 आरोपियों को निर्दोष और 49 को दोषी ठहराया है।
अहमदाबाद बम ब्लास्ट केस को गुजरात के डीजीपी आशीष भाटिया और तत्कालीन क्राइम ब्रांच डीसीपी अभय चुडासमा समेत पुलिस अफसरों की टीम के दबंग अफसरों ने महज़ 19 दिन में ही सुलझा कर आरोपियों को 30 दिनों में ही अपराधियों को दबोच लिया था।
26 जुलाई 2008 को शहर में 70 मिनट में ही एक के बाद एक कर 20 स्थानों पर 21 ब्लास्ट हुए, जिसमें 56 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग गयल हुए। स्पेशल कोर्ट द्वारा इस सीरियल बम ब्लास्ट का फैसला 8 फरवरी को किया जायेगा।
सूरत में एक दंपति ने अपने जुड़वा बच्चों के जन्म के चार महीने बाद पिछले साल सितंबर में आया को काम पर रखा था। देसाई ने कहा कि बच्चे के पिता मितेश पटेल ने दो दिन पहले ही अपने घर में सीसीटीवी कैमरा लगवाया था, जब उसके पड़ोसियों ने बच्चों के रोने की आवाज सुनने की शिकायत की थी।
शुरू में देखा गया था कि वैक्सीनेशन की वजह से सभी प्रकार के लोगों में कोरोना के सामान्य लक्षण नजर आ रहे थे, लेकिन अभी पिछले कुछ दिनों से राज्य में इन कैटेगरी के मरीजों में होने वाली मृत्यु की संख्या अचानक बढ़ने लगी है।
यह घटना भरूच में सोमवार की रात दाहेज बाईपास रोड पर हुई। हालांकि, भीड़ की हिंसा में कोई घायल नहीं हुआ क्योंकि दाहेज स्थित फर्म की दो बसों के सभी यात्री बसों में आग लगने से पहले उतर गए थे। भीड़ में करीब 100 लोग थे।
पुलिस ने इस खबर को फ़ैलाने वाले नासिर शैख़ को धरदबोचा जिसके बाद नासिर ने फेसबुक पर अपना वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में उसने अपने द्वारा फैलाई गई इस गलत खबर के लिए माफी मांगी है।
धंधुका में किशन भरवाड की हत्या की साजिश की बुनियाद तभी से पड़ गई थी जब से किशन भरवाड पर गोली चलाने वाले शब्बीर चोपड़ा और इम्तियाज का कट्टर इस्लामिक मौलानाओं द्वारा ब्रेनवाश किया जाना शुरू हो गया था। अहमदाबाद ग्रामीण पुलिस ने जब इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके इनसे पूछताछ शुरू की तो जो तथ्य सामने आए वह काफी चौंकाने वाले थे।
SVP हॉस्पिटल में 15 और 16 जनवरी के दौरान कोरोना के 2 मरीजों की मौत हुई है।
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