गुजरात की पश्चिम कच्छ पुलिस ने दुष्कर्म के छह मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी 4000 किलोमीटर दूर गए। सब्जी वाले बनकर ठेला चलाते रहे। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया। वहीं, दूसरे मामले में पांच दिन तक जंगल के शिकारी बनकर आरोपी को पकड़ने में सफल रहे। कच्छ में पिछले कई समय से नाबालिग लड़कियों के अपहरण और दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही थीं। ऐसे में पुलिस ने खास ऑपरेशन चलाया और हर मामले के लिए अलग टीम बनाई।
पिछले डेढ़ महीने में हुई दुष्कर्म की घटनाओं के छह अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा है। भुज, मांडवी, नखत्राणा, माधापर के पांच और राजस्थान के एक केस में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पहला मामला
आरोपी नाबालिग लड़की को भगाकर भुज से दो हजार किलोमीटर दूर चंपारण ले गया था। 23 जून को नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म की फरियाद दर्ज हुई थी। इस मामले में 11 दिनों की मशक्कत के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। सुखपर गांव का रहने वाला सलीम अब्दुल जुनेजा नाम का आरोपी नाबालिग को लालच देकर भगा ले गया था। पुलिस ने तुरंत ही टीम बनाकर जांच शुरू की तो पता चला की वो पहले मुंबई उसके बाद अजमेर और वहां से बिहार गया था। पीछा कर रही पुलिस को पता चला की आरोपी बिहार के ईस्ट चंपारण जिले के मोतिहारी इलाके में लड़की के साथ रुका है। पुलिस ने टेक्निकल सर्वे और ह्यूमन रिसोर्स का उपयोग कर उसकी लोकेशन पता की। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने किराने की दुकान चलाई। सब्जी की रेहड़ी निकाली, मोबाइल की दुकान में काम किया और स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया। लड़की को उसके परिवार को सौंप दिया गया। इस पूरे ऑपरेशन में एक सब इंस्पेक्टर, तीन पुलिस कर्मचारी और एक महिला पुलिस कर्मचारी ने करीब 4 हजार किलोमीटर की दूरी तय की
दूसरा मामला
मांडवी पुलिस स्टेशन में 19 मई को बाग गांव के रजक सिधिक सुमर नाम के व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। आरोपी नाबालिग लड़की को ललचाकर, भगाकर ले गया था और उसके साथ बलात्कार किया था। पुलिस ने जाँच कर पीड़ित को बुलाया और आरोपी को धर दबोचा।
तीसरा मामला
भुज शहर के डिवीजन पुलिस स्टेशन में 31 मई को शिकायत दर्ज की गई थी। भुज के कोकड़ी रोड, माल्धारी नगर, बी.एस.ऍफ़. कैंप के पीछे रहने वाले अभूभखर रमजू सुमर नाम का व्यक्ति नाबालिग लड़की को भगाकर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया था। इस अपराधी को गिरफ्तार कर विक्टिम लड़की को छुड़वाया गया।
चौथा मामला
माधर पुलिस स्टेशन में 23 जून को केस दर्ज हुआ था कि भखरिया गांव के ओसमान गनी सुलेमान अभडा ने नाबालिग को भगाया और उसके साथ बलात्कार किया। इस गुनाह में आरोपी को दबोचने के लिए पुलिस ने पांच दिन तक शिकारी का भेष बनाकर जुरा गांव के जंगले में जांच की थी और नाबालिग को छुड़वाकर आरोपी ओसमान को गिरफ्तार कर लिया।
पांचवां मामला
नाख्त्रना तालुका के घड़ानी के अनवर मामद नोतियार और वालका नाना गांव के महेंद्र विश्राम सिजू नाम के दो आरोपी एक महिला को लालच देकर भगा ले गए थे। पुलिस ने कार्रवाई की और महिला को मुक्त करवाकर आरोपियों को धर दबोचा।
छठा मामला
तीन जुलाई को नाख्त्रना पुलिस में महिला ने दुष्कर्म और एट्रोसिटी की फरियाद दर्ज की थी। इस मामले में आरोपी अनवर मामद नोतियार और नाना वालका के महेंद्र विश्राम सिजू को भुज से दबोचा और पीड़ित को उसके परिवार तक पहुंचाया।
हो सकती है 10 साल तक की सजा
इस सभी घटनाओं के चलते ये माता-पिता के लिए आंखें खोलने वाली हकीकत सामने आई है। अपराधी लगभग एक जैसे तरीकों से लड़कियों को फंसाते थे। सभी घटनाओं में मुख्य कारण सोशल मीडिया और मोबाइल का अधिक उपयोग है। आरोपियों का शिकार होने वाली सभी लड़कियों से मोबाइल के जरिये पहचान की जाती थी फिर उन्हें मोबाइल देना, रिचार्ज करना और गिफ्ट देकर फंसाया जाता था। पुलिस के अनुसार 45 दिन में इन सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्ज शीट पेश की जाएगी और दोषी साबित होने पर आरोपियों को 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है।
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