सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति बशर-अल असद के देश छोड़कर भागने के साथ ही असद परिवार के 50 साल के शासन का 8 दिसंबर को अप्रत्याशित अंत हो गया था। अब सीरिया पूरी तरह बागी गुटों के कब्जे में है। तस्वीर में सीरिया की नई सेना के लड़ाके दमिश्क में एक मिलिट्री परेड की तैयारी करते दिख रहे हैं।
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बता दें कि सीरिया के विद्रोही गुट ‘हयात तहरीर अल-शाम’ समूह (HTS) के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल किया था। गोलानी ने अपनी सार्वजनिक छवि को फिर से बनाने के लिए कई वर्षों तक काम किया और अलकायदा से दूरी बनाते हुए खुद को बहुलवाद और सहिष्णुता के समर्थक के रूप में पेश किया।
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सीरिया में कई जातीय और धार्मिक समुदाय रहते हैं, जो अक्सर असद के शासन और वर्षों के युद्ध के कारण एक दूसरे के खिलाफ खड़े हो जाते हैं। उनमें से कई लोगों को इस बात की आशंका है कि सुन्नी इस्लामी चरमपंथी सत्ता पर कब्जा कर लेंगे। तस्वीर में सीरिया की नई सेना के लड़ाके दमिश्क में एक मिलिट्री परेड से पहले नमाज अदा करते दिख रहे हैं।
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बता दें कि सीरिया में अलग-अलग सशस्त्र गुटों में भी बंटा हुआ है और रूस तथा ईरान से लेकर अमेरिका, तुर्किये और इजराइल तक सभी विदेशी ताकतें अपने प्रभाव का इस्तेमाल करती हैं। सीरिया की सड़कों पर अब नई सेना के लड़ाके नजर आ रहे हैं और कानून व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधे पर है।
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बता दें कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर असद की सरकार का पतन होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से सामने आए सबसे बड़े विद्रोही गुट के नेता अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने इसे ‘इस्लामी राष्ट्र की जीत’ बताया था। उनके इस बयान के बाद देश में रह रहे अल्पसंख्यकों में कहीं न कहीं असुरक्षा की भावना भी है। इस तस्वीर में एक लड़ाका रॉकेट लॉन्चर लिए पकड़े नजर आ रहा है।
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सशस्त्र बलों के सदस्य और पूर्व विद्रोही, जिन्होंने बशर असद की सरकार को उखाड़ फेंका और अब नई सीरियाई सरकार को अपनी सेवा दे रहे हैं, दमिश्क शहर में सैन्य परेड की तैयारी करते नजर आ रहे हैं। वैसे तमाम आशंकाओं के बीच माना जा रहा है कि सीरिया की नई सरकार वहां के लोगों की बेहतरी के लिए काम करेगी।
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इस बीच सीरिया में सबसे गंभीर अपराधों की जांच में सहायता करने वाले संयुक्त राष्ट्र संगठन ने बीते सोमवार को कहा कि देश के नये शासन ने दमिश्क की हाल ही में संपन्न यात्रा के दौरान सहयोग के उसके अनुरोध पर बहुत सकारात्मक रुख अपनाया और वह जांच टीम की तैनाती की तैयारी कर रहा है। तस्वीर में परेड की तैयारी करते नई सेना के लड़ाके दिख रहे हैं।