किसी भी टीम के लिए विदेशी धरती पर टेस्ट जीतना एक सपने की तरह होता है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब भारत ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में मात देकर 2-1 से टेस्ट सीरीज अपने नाम की तो भारतीय फैंस खुशी से झूम उठे थे। इस सीरीज में चेतेश्वर पुजारा ने कई अहम पारियां खेली जिसकी बदौलत टीम इंडिया ये ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में सफल रही। विदेशी धरती पर वैसे तो किसी भी क्रिकेटर के लिए बड़ी पारी खेलना काफी मुश्किल होता है। लेकिन कुछ क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं जिन्हें घर के बाहर टेस्ट क्रिकेट में रन बनाना कुछ ज्यादा ही रास आता था। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने विपक्षी टीम के खिलाफ उन्हीं के घर में यानी विदेशी धरती पर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग विदेशी धरती पर 5वें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने विदेशी धरती पर 76 टेस्ट मैचों की 133 पारियों में 7 शतक औैर 18 अर्द्धशतक की मदद से 5800 रन बनाए हैं। यही नहीं घर से बाहर उन्होंने 18 शतक और 24 अर्धशतक भी जड़े हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक का बल्ला घर में ही नहीं बल्कि विदेशी धरती पर भी काफी रन उगलता था। यही वजह है कि कुक विदेशी धरती पर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में चौथे नंबर पर हैं। कुक ने 72 टेस्ट की 136 पारियों में 18 शतक की मदद से 5904 रन बनाए हैं।
दुनिया के महान ऑलराउंडर जैक कैलिस को टेस्ट क्रिकेट काफी रास आता था। यही वजह है कि उनका बल्ला घर के बाहर भी जमकर बोला। उन्होंने विदेशी धरती पर 78 टेस्ट मैचों की 137 पारियों में करीब 53.91 की औसत से 6254 रन बनाए। घर के बाहर उन्होंने 22 शतक औैर 24 अर्द्धशतक भी लगाए।
राहुल द्रविड़ विदेशी धरती पर दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने घर के बाहर 94 टेस्टकी 166 पारियों में 53.03 की औसत से 7690 रन बनाए। इसमें 21 शतक औैर 36 अर्द्धशतक शामिल हैं।
टेस्ट क्रिकेट में विदेशी धरती पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में सचिन तेंदुलकर पहले स्थान पर हैं। तेंदुलकर ने 200 टेस्ट मैचों में 106 टेस्ट मैच भारत से बाहर खेले जिसमें उन्होंने 54.74 की औसत से 8705 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 29 शतक और 36 अर्धशतक निकले।
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