सेमीफाइनल में पहुंची चारों टीमों के मुकाबले ऑस्ट्रेलियाई टीम से फाइनल तक पहुंचने की थोड़ी कम थी। हालांकि उन्होंने सभी को गलत साबित किया और पाकिस्तान को 5 लिकेट से हरा कर फाइनल में कदम रखा। टीम ऑस्ट्रेलिया दूसरी बार टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले उन्होंने साल 2010 में टी-20 विश्व कप का फाइनल खेला था लेकिन उन्होंने इंग्लैंड से शिकस्त झेली थी और वे रनर-अप बन कर ही रह गए थे। लेकिन इस बार पहली बार फाइनल में पहुंची टीम न्यूजीलैंड को हरा कर एरॉन फिंच ट्रॉफी जीतना चाहेंगे। ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं ऑस्ट्रेलिया के T20 वर्ल्ड कप 2021 के फाइनल तक के सफर पर-
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23 अक्टूबर को कंगारू टीम ने इस टूर्नामेंट का अपना पहला मुकाबला 23 अक्टूबर को खेला। ये मुकाबला अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में खेला गया था जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से साउथ अफ्रीका से जीता था। इस मैच के हीरो जोश हेजलवुज साबित हुए थे। जिन्होंने अपने चार ओवर के स्पेल में एक मेडल ओवर डाला, 19 रन दिए और 2 विकेट लिए। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीत कर गेंदबाजी चुनी थी। साउथ अफ्रीका ने वपहले पहले बल्लेबाजी कर 20 ओवर में 9 विकेट खो कर 118 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने 119 रनों के लक्ष्य का पीछा 19.4 ओवर में कर लिया और पांच विकेट से जीत हासिल की।
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दूसरा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने श्रीलंका के खिलाफ खेला और 7 विकेट से जीत हासिल की। इस मैच में एडम जैंम्पा चमक गए थे। उन्होंने चार ओवर में 12 रन देकर 2 विकेट लिए। इस मैच में भी एरॉन फिंच ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी की। श्रीलंका ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 154 रन बनाए। 155 रनों के लक्ष्य का पीछा ऑस्ट्रेलिया ने 17 ओवर में कर लिया। इस मैच में डेविड वॉर्नर ने 65 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। उन्होंने 10 चौके जमाए थे।
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फिर ऑस्ट्रेलिया के सामने 30 अक्टूबर को एक कड़ी चुनौती आई। उनके सामने इंग्लैंड की धाकड़ टीम थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम कमजोर पड़ी। उन्होंने ये मुकाबला 8 विकेट से गंवाया। इस मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी की। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी कर महज 125 रन बनाए। इस मैच में जोस बटलर ने 71 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
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4 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के सामने आई बांग्लादेश की टीम। ये मुकाबला जीतना ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी आसान था। उन्होंने ये मैच 8 विकेट से जीता। इस बार फिर एडम जैंम्पा ने कमाल कर दिखाया। इस बार उन्होंने अपने 4 ओवर के स्पेल में 19 रन देकर 5 विकेट चटका दिए थे। बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने पूरी तरह से अपने घुटने टेक दिए थे। साथ ही एरॉन फिंच का बल्ला इस मैच में चला था। उन्होंने 20 गेंदों में 40 रन बनाए थे।
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फिर 6 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया के सामने गत चैंपियन वेस्टइंडीज थी। लेकिन इस बार की विंडीज टीम में वो बात नहीं थी। ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से विंडीज को 8 विकेट से मात दे दी थी। जोश हेजलवुड ने इस मैच में 4 विकेट चटकाए थे। वहीं, डेविड वॉर्नर ने 56 गेंदों पर 89 रनों की नाबाद पारी खेली थी। साथ ही मिचेल मार्श ने भी अर्धशतक जड़ा था। 16.2 ओवर में ही ऑस्ट्रेलिया ने 158 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया था। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली थी।
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ऑस्ट्रेलिया का सेमीफाइनल मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ हुआ। ये एक मुश्किल चुनौती थी। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट की इकलौती ऐसी टीम थी जिसने एक भी हार नहीं झेली थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया की किस्मत बेहतर निकली और उन्होंने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराया। इस मैच में मैथ्यू वेड ने मेहफिल लूटी। उन्होंने 17 गेंदों में 41 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली। उनका साथ मार्कस स्टोइनिस ने बखूबी निभाया। उनके अलावा डेविड वॉर्नर ने टीम को अच्छी शुरुआत दी थी जिन्होंने 49 रनों की पारी खेली थी।