Sunday, November 24, 2024
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तस्वीरों में देखें कैसे IPS अपर्णा ने किया एवरेस्ट फतह

India TV News Desk
Updated on: June 06, 2016 14:29 IST
  • अभी तक आपने IPS अफसरो को कानून व्यवस्था से जूझते देखा होगा, मुजरिमो से दो दो हाथ करते देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी किसी IPS अफसर को दुनिया की सबसे उंची चोटी को फतह करते सुना है, ये अजूबा कर दिखाया है लखनऊ की लेडी IPS अपर्णा कुमार ने, इस लेडी IPS ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि पूरी दुनिया इनकी मुरीद हो गई है जिससे इनकी चर्चा इन दिनों पूरी दुनिया में हो रही है।
    अभी तक आपने IPS अफसरो को कानून व्यवस्था से जूझते देखा होगा, मुजरिमो से दो दो हाथ करते देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी किसी IPS अफसर को दुनिया की सबसे उंची चोटी को फतह करते सुना है, ये अजूबा कर दिखाया है लखनऊ की लेडी IPS अपर्णा कुमार ने, इस लेडी IPS ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है कि पूरी दुनिया इनकी मुरीद हो गई है जिससे इनकी चर्चा इन दिनों पूरी दुनिया में हो रही है।
  • कई पर्वत शिखर को फतह कर चुकी अपर्णा कुमार ने माउंट एवरेस्ट के लिए 45 दिन की मुश्किल ट्रेनिंग ली और हिमालय की चोटी पर हिंदुस्तान का तिरंगा फहराकर पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। यूपी की 2002 कैडर की IPS अफसर अपर्णा कुमार 21 मई को माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने के बाद बुधवार को अपने घर लखनऊ लौटीं हैं, उन्हें पुलिस डिपार्टमेंट से लेकर गृहमंत्री मुख्यमंत्री तक शाबाशी दे चुके हैं।
    कई पर्वत शिखर को फतह कर चुकी अपर्णा कुमार ने माउंट एवरेस्ट के लिए 45 दिन की मुश्किल ट्रेनिंग ली और हिमालय की चोटी पर हिंदुस्तान का तिरंगा फहराकर पूरे देश का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। यूपी की 2002 कैडर की IPS अफसर अपर्णा कुमार 21 मई को माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराने के बाद बुधवार को अपने घर लखनऊ लौटीं हैं, उन्हें पुलिस डिपार्टमेंट से लेकर गृहमंत्री मुख्यमंत्री तक शाबाशी दे चुके हैं।
  • अपर्णा बताती हैं कि बीते डेढ़ महीने में उन्हें याद नहीं कि एवरेस्ट चढ़ते वक्त कब दिन हुआ और कब रात हो गई। इस दौरान परिवार की याद भी आई जिंदगी हर पल मौत के करीब दिखी  लेकिन मजबूत इरादों वाली अपर्णा डरी नहीं और एवरेस्ट की चोटी को फतह करके ही दम लिया।
    अपर्णा बताती हैं कि बीते डेढ़ महीने में उन्हें याद नहीं कि एवरेस्ट चढ़ते वक्त कब दिन हुआ और कब रात हो गई। इस दौरान परिवार की याद भी आई जिंदगी हर पल मौत के करीब दिखी लेकिन मजबूत इरादों वाली अपर्णा डरी नहीं और एवरेस्ट की चोटी को फतह करके ही दम लिया।
  • अब हम आपको बताते हैं अपर्णा के लिए ये सफर आखिर जिदंगी जोखिम में डालने वाला क्यों था। ये है हिमालय के कैंप की कहानी, बेस कैंप पर ही जिसकी ऊंचाई पांच हजार तीन सौ चौतीस मीटर होती है यहां से अपर्णा ने चोटी तक क्लाइमबिंग की ज़रा चोटी की ऊंचाई भी देख लीजिए आठ हज़ार आठ सौ अड़तालीस मीटर यहां पहुंचना कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इस बात से लगता है कि इसे दुनिया डेथ ज़ोन कहती है डेथ ज़ोन इसलिए क्योंकि यहां ऑक्सीज़न ना के बराबर होती है।
    अब हम आपको बताते हैं अपर्णा के लिए ये सफर आखिर जिदंगी जोखिम में डालने वाला क्यों था। ये है हिमालय के कैंप की कहानी, बेस कैंप पर ही जिसकी ऊंचाई पांच हजार तीन सौ चौतीस मीटर होती है यहां से अपर्णा ने चोटी तक क्लाइमबिंग की ज़रा चोटी की ऊंचाई भी देख लीजिए आठ हज़ार आठ सौ अड़तालीस मीटर यहां पहुंचना कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इस बात से लगता है कि इसे दुनिया डेथ ज़ोन कहती है डेथ ज़ोन इसलिए क्योंकि यहां ऑक्सीज़न ना के बराबर होती है।
  • जिससे अक्सर पर्वतारोहियों की जान भी चली जाती है लेकिन अपर्णा का जोश और जुनून इस डेथ ज़ोन पर भारी पड़ा, अपर्णा के लिए ये लम्हा इसलिए भी गौरव वाला है क्योंकि उन्होंने चढ़ाई के लिए चाइना-तिब्बत के नॉर्थ फेज को चुना था यहां हेलीकॉप्टर सेवा नहीं है मुश्किल में अगर फंस जाएं तो रेस्क्यू भी नामुमकिन ही है
    जिससे अक्सर पर्वतारोहियों की जान भी चली जाती है लेकिन अपर्णा का जोश और जुनून इस डेथ ज़ोन पर भारी पड़ा, अपर्णा के लिए ये लम्हा इसलिए भी गौरव वाला है क्योंकि उन्होंने चढ़ाई के लिए चाइना-तिब्बत के नॉर्थ फेज को चुना था यहां हेलीकॉप्टर सेवा नहीं है मुश्किल में अगर फंस जाएं तो रेस्क्यू भी नामुमकिन ही है
  • अपर्णा के लिए ये कोई पहली कामयाबी नहीं है। इससे पहले अपर्णा यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रस पर तिरंगा फहरा चुकी हैं, 2014 में अफ्रीका की माउंट किलमंजारो को फतह किया, नवंबर 2014 में ही आस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी कारस्टेंज पिरामिड पर भी चढ़ गईं।
    अपर्णा के लिए ये कोई पहली कामयाबी नहीं है। इससे पहले अपर्णा यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रस पर तिरंगा फहरा चुकी हैं, 2014 में अफ्रीका की माउंट किलमंजारो को फतह किया, नवंबर 2014 में ही आस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची चोटी कारस्टेंज पिरामिड पर भी चढ़ गईं।
  • अपर्णा ने जनवरी 2015 में साउथ अमेरिका की माउंट अंकारागुआ पर तिरंगा लहराया और अंटार्कटिक की हाईएस्‍ट पीक माउंट विन्‍सन मासिफ भी अपर्णा की हिम्मत के आगे नतमस्तक हो गया।
    अपर्णा ने जनवरी 2015 में साउथ अमेरिका की माउंट अंकारागुआ पर तिरंगा लहराया और अंटार्कटिक की हाईएस्‍ट पीक माउंट विन्‍सन मासिफ भी अपर्णा की हिम्मत के आगे नतमस्तक हो गया।
  • माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के साथ ही अपर्णा दुनिया की कुल 6 ऊंची चोटी फतह कर चुकी हैं और अब उनका अगला टारगेट अमेरिका में माउंट देनाली है, जिसकी ऊंचाई 20237 फीट है और इस अभियान के लिए वो 2017 में निकलेंगी।
    माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के साथ ही अपर्णा दुनिया की कुल 6 ऊंची चोटी फतह कर चुकी हैं और अब उनका अगला टारगेट अमेरिका में माउंट देनाली है, जिसकी ऊंचाई 20237 फीट है और इस अभियान के लिए वो 2017 में निकलेंगी।
  • यूपी पुलिस का ध्‍वज लिए IPS अपर्णा कुमार।
    यूपी पुलिस का ध्‍वज लिए IPS अपर्णा कुमार।