इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सिरीज़ के पहले मैच में पहली पारी में गुरुवार को तीन शतकों की मदद से 537 रन का बड़ा स्कोर बनाया। इंग्लैंड ने पहले दिन के पहले सत्र में ही अपने तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन जो रूट (124), मोइन अली (117) और बेन स्टोक्स (128) की शतकीय पारियों ने भारतीय ख़ेमें में निराशा फ़ैला दी। भारत के लिए ये मैच जीतना तो दूर की बात, बचाना भी मुश्किल हो सकता है हालंकि ओपनर मुरली विजय और गौतम गंभीर 63 रन बनाकर डटे हुए हैं। यह इंग्लैंड का भारत में दूसरा सर्वोच्च स्कोर है। इससे पहले उसने 1985 में चेन्नई में 7 विकेट के नुकसान पर 652 रन बनाए थे।
लंच तक भारत ने इंग्लैंड टीम के तीन खिलाड़ीयों को पवेलियन भेज दिया था लेकिन लंच के बाद मोइन अली और जो रूट ने पारी को संभाला और टीम के स्कोर को आगे बढ़ाना जारी रखा।
जो रूट ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ हल्ला बोलते हुए अपने करियर का 11वां शतक लगा डाला। एक समय संकट में दिख रही इंग्लैंड टीम को रूट ने संकट से उबारा और मजबूती की तरफ ला खड़ा किया।
शतक पूरा करने के बाद रूट पहले दिन के तीसरे सत्र में ही पवेलियन लौट गए। 180 गेंदों में 11 चौके और एक छक्के लगाने वाले रूट ने इस मैच में एशिया में अपना सर्वाधिक स्कोर बनाया।
मोईन अली ने दूसरे दिन अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक लगाया. उन्होंने बेहतरीन 117 रनों की पारी खेली। अली ने अपनी इस शानदार पारी में 13 चौके लगाए. खेल के पहले दिन मोईन अली ने जो रूट के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 179 रनों की साझेदारी की थी।
उन्होंने कहा, 'मुझे सकलैन ने धैर्य सिखाया है और वह इसके बारे में हमेशा बात करते हैं। हमें अपनी पारी में संयमित और धैर्य से खेलने की जरूरत होती है। वैसे बल्लेबाजी करने से पहले मैं बहुत अच्छा महसूस नहीं कर रहा था। मैं थोड़ा थका हुआ था। पहले दिन तो मेरे पैर भी ठीक से उठ नहीं पा रहे थे लेकिन मैंने स्थिति के मुताबिक खेला।'
इंग्लैंड के बल्लेबाज बेन स्टोक्स ने शानदार 128 रनों की शतकीय पारी खेली और अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने में अहम रोल निभाया। अली और स्टोक ने पांचवे विकेट के लिए 62 रन जोड़े। रोजकोट टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले स्टोक्स इंग्लैंड के तीसरे बल्लेबाज बने।
इस शतक के साथ ही स्टोक्स ने भारत के ख़िलाफ़ तीन पारियों में ज़ीरो बनाने की अपनी पुरानी यादें भी भुला दीं।