लंदन ओलंपिक रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर गद्गद् पी वी सिंधू ने इसे अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से एक करार दिया और उम्मीद जताई कि वह रियो ओलंपिक सेमीफाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ इस लय को कायम रख सकेंगी।
विश्व चैम्पियनशिप में दो बार कांस्य पदक जीत चुकीं सिंधु ने भारी उलटफेर करते हुए पूर्व विश्व विजेता और 2012 के लंदन ओलम्पिक में रजत जीतने वाली वांग को हराया।
सिंधु और मौजूदा विश्व नम्बर-2 के बीच यह मैच 54 मिनट तक चला।
वांग और सिंधु के बीच यह अब तक का सातवां मुकाबला था। तीन मैचों में सिंधु विजयी रही हैं जबकि शेष में वांग ने बाजी मारी है।
सिंधू ने कहा कि दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ तकदीर के भरोसे नहीं जीता जा सकता और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है।
उसने कहा, मैं लंबी रेलियों के लिये तैयार थी और ऐसा नहीं है कि तकदीर ने मेरा साथ दिया। उसने बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन मैने उसके खिलाफ पहले भी जीता है और हारी भी हूं। यह मैच के दिन अच्छे प्रदर्शन की बात है।
भारत को 1992 के बाद पहली बार ओलम्पिक से बैडमिंटन में खाली हाथ नहीं लौटना होगा। पुरुष वर्ग मे भी भारत के लिए पदक की उम्मीदें हैं क्योकि किदाम्बी श्रीकांत एकल मुकाबले के क्वार्टर फाइलन में पहुंच चुके हैं।
उसने कहा, मैं सिर्फ अपने अगले मैच पर फोकस कर रही हूं उम्मीद है कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूंगी।
ओकुहारा की यामागुची पर छह मुकाबलों में छठी जीत है। दूसरे सेमीफाइल में विश्व की नम्बर-1 खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन और चीन की ली जुईरेई भिड़ेंगी। सेमीफाइनल मैच 18 अगस्त को होंगे।