पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का शानदार प्रदर्शन जारी है। पेरिस में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 24 मेडल अपने नाम कर लिए हैं। इनमें 5 गोल्ड, 9 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत ने पहली बार पैरालंपिक गेम्स में 20 मेडल का आंकड़ा छुआ है। भारत फिलहाल मेडल टैली में 13वें स्थान पर काबिज है और यहां तक पहुंचाने में गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट का अहम योगदान हैं। आइए जानते हैं गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट के बारें में...
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पेरिस पैरालंपिक 2024 में पैरा शूटर अवनि लेखरा ने भारत का गोल्ड मेडल का खाता खोला। अवनि ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएस1 में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। क्वालिफिकेशन में दूसरे नंबर पर रहकर अवनि फाइनल में पहुंची थीं जहां उन्होंने 249.7 के स्कोर के साथ गोल्ड मेडल पर निशाना साधा।
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नितेश कुमार ने भारत को पेरिस पैरालंपिक 2024 का दूसरा गोल्ड मेडल दिलाया। नितेश ने पुरुष एकल एसएल3 बैडमिंटन फाइनल में कड़े मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को हराकर पैरालंपिक में पहली बार गोल्ड मेडल अपने नाम किया। टोक्यो पैरालंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट नितेश ने बेथेल को एक घंटे और 20 मिनट तक चले मुकाबले में 21-14 18-21 23-21 से हराया।
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भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल पैरालंपिक में उस समय इतिहास रचा जब वह अपना खिताब बरकरार रखने में कामयाब रहे। उन्होंने एफ64 कैटेगिरी में रिकॉर्ड 70.59 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। इस तरह वह पैरालंपिक में अपना खिताब बरकरार रखने वाले पहले भारतीय पुरूष और दूसरे भारतीय एथलीट बन गए। इससे पहले टोक्यों में भी उन्होंने गोल्ड मेडल जीता था।
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भारत के तीरंदाज हरविंदर ने भारत की झोली में चौथा गोल्ड मेडल डाला। हरविंदर सिंह ने पेरिस पैरालंपिक की पुरुष रिकर्व ओपन तीरंदाजी इवेंट के फाइनल में पोलैंड के लुकास सिजेक को एकतरफा 6-0 के अंतर से हराते हुए इतिहास रचा। हरविंदर गोल्ड मेडल जीतने वाले भारत के पहले तीरंदाज बने।
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धर्मबीर ने 4 सितंबर को पेरिस पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर नया इतिहास रचा। उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए पुरुष एफ51 क्लब थ्रो में गोल्ड जीता। वहीं, प्रणव सूरमा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इस बार क्लब थ्रो में भारत का दबदबा रहा। वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट धर्मबीर सबसे पहले मैदान पर उतरे और शुरुआती चार प्रयास में फाउल करने के बाद पांचवें प्रयास में क्लब को 34.92 मीटर की दूरी तक फेंक गोल्ड हासिल किया।