क्रिकेट का फॉर्मेट कोई भी हो हर एक बल्लेबाज का सपना होता है कि वो बेहतरीन बल्लेबाजी करें और शतक जमाए। शतक जमाने के बाद बल्लेबाज का आत्मविश्वास सांतवे आसामन पर होता है ओए वो शान से पारी खत्म करने के बाद ड्रेसिंग रूम की ओर जाता है। लेकिन शतक के करीब बढ़ते हुए कई बार बल्लेबाज 90 के स्कोर के बाद एक अतिरिक्त दबाव को महसूस करते हैं और 100 रनों तक अधिक सुरक्षित खेलने के चक्कर में आउट होकर नर्वस नाइंटीज का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में हम आपको बतायेंगे भारत के 3 ऐसे बल्लेबाजों के बारे में जो सबसे ज्यादा बार हुए नर्वस नाइंटीज ( 90 से 99 के बीच ) का शिकार।
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज है। जिसमें उनका शतकों का शतक काफी ख़ास है। ऐसे में सचिन के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड भी दर्ज है जिसे वो कभी नहीं देखना चाहेंगे। सचिन अपने करियर में सबसे ज्यादा 28 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं। अपने 24 साल के करियर में सचिन 463 वनडे मुकाबलों में 10 बार जबकि 200 टेस्ट मुकाबलों में वो 18 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार बने हैं।
इस लिस्ट में दूर नाम आता है टीम इंडिया के 'द वाल' कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ का, दोनों फॉर्मेट को मिलाकर द्रविड़ ने कुल 509 मैच खेले जिसमें वो 14 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार बने। इस तरह वो टेस्ट क्रिकेट में 10 बार तो वनडे क्रिकेट में 4 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं।
टीम इंडिया के तूफानी सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपने करियर में 11 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं। 104 टेस्ट मैचों में सहवाग 5 बार जबकि 251 वनडे अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में 6 बार वो नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं।
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