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Mahakumbh 2025: संगमनगरी प्रयागराज में मकर संक्रांति के अवसर पर महाकुंभ का आगाज हो रहा है। इससे पहले यहां विभिन्न तरह की तैयारियां चल रही हैं और अभी से उत्सव जैसा माहौल है। तस्वीर में आप शंभू पंचायती अटल अखाड़े के साधुओं को पेशवाई जुलूस में भाग लेते देख रहे हैं। पेशवाई जुलूस प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 के लिए अखाड़े या संप्रदाय के साधुओं और अन्य सदस्यों के आगमन का प्रतीक होता है।
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि कुंभ मेले की शुरुआत से पहले 9 जनवरी के बाद प्रयागराज में तापमान के सामान्य से नीचे जाने की संभावना है। हालांकि ठंड कितनी भी पड़े, वह महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं कर पाएगी। यह तस्वीर महाकुंभ की तैयारियों के मद्देनजर एक पेंटर द्वारा की जा रही साज-सज्जा की है।
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बता दें कि प्रयागराज में आगामी महाकुंभ के दौरान संगम क्षेत्र में पहली बार चौबीस घंटे निगरानी के लिए पानी में गोता लगाकर 100 मीटर गहराई तक निगरानी करने में सक्षम ‘अंडरवॉटर ड्रोन’ तैनात किए जाएंगे। तस्वीर में श्री पंचायती अटल अखाड़े के नागा साधु महाकुंभ से पहले शाही प्रवेश जुलूस में हिस्सा लेते हुए नजर आ रहे हैं।
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प्रयागराज में तीर्थयात्रियों और अन्य आगंतुकों की सुविधा के मद्देनजर 92 सड़कों की मरम्मत की गई है और 30 पंटून पुलों का निर्माण किया गया है। इसके साथ ही भारत की संस्कृति और विविधता को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न भाषाओं के 800 साइन बोर्ड लगाने का कार्य किया जा रहा है। तस्वीर में आप नए साल के पहले दिन संगम पर नौका विहार का आनंद लेते लोगों को देख सकते हैं।
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बता दें कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले 45 दिवसीय महाकुंभ में विश्व भर से 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस मौके पर सरकार भी तैयारियों में जोरशोर से लगी है। प्रयागराज के संगम पर महाकुंभ 2025 से पहले कुछ इस तरह टेंट लगाए गए हैं।
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बता दें कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण 20000 श्रद्धालुओं और 5000 VIPs के लिए टेंट सिटी में विशेष तंबुओं का निर्माण कर रहा है। इसके अलावा 20000 से अधिक संतों, संगठनों और अन्य संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन करते हुए उन्हें जमीन आवंटित कर दी गई है। यह तस्वीर श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़े के नागा साधुओं की है जो महाकुंभ से पहले पेशवाई या शाही प्रवेश जुलूस में हिस्सा ले रहे हैं।
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महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार आदिकालीन भारतीय संस्कृति की दिव्यता और अलौकिकता का दर्शन होगा। प्रयागराज मेला प्राधिकरण, शहर के विभिन्न चौराहों पर 26 नक्काशीदार मूर्तियां स्थापित करने जा रहा है। इस तस्वीर में महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर कलाकार दीवार पर पेंटिंग बनाते हुए नजर आ रहे हैं।
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महाकुंभ में इस बार पौराणिक मान्यताओं के साथ-साथ सबसे आधुनिक डिजिटल तकनीक भी देखने को मिलेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ में व्यापक स्तर के सुरक्षा इंतजाम के तहत 20 ड्रोन लगातार महाकुंभ की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। वैसे इस महाकुंभ पर हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा। इस तस्वीर में एक शख्स पेट पालने के लिए बच्चों के खिलौने बेचता नजर आ रहा है।