कई बैंकों के डेबिट कार्ड पिन की जानकरी लीक होने की खबर ने उपभोक्ताओं के बीच हड़कंप मचा दिया है। हालांकि बैंक अपने ग्राहकों को पैसों को सुरक्षित रखने का उपाय कर रहे हैं, लेकिन फिर भी लोगों में डर बना हुआ है। आजकल अच्छी बात यह है कि डेबिट कार्ड से पैसों के लेनदेन के लिए न सिर्फ पिन बल्कि ओटीपी की जरूरत भी पड़ती है जो कि डेबिट कार्ड के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता है। फिर भी, आपको किसी किस्म का नुकसान न हो इसके लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं। आइए, जानते हैं... (Representative Image)
दरअसल यह सारी गड़बड़ी हिताची के एक सॉफ्टवेयर की वजह से डेटा लीक हो जाने के कारण हुई। इसके बाद डेटा चोरी करनेवालों ने बैंकवाला बनकर लोगों से ओटीपी मांगी, और जिन लोगों ने जानकारी दी उनके पैसे उड़ा लिए गए। बताया जा रहा है कि प्राइवेट बैंकों को इस गड़बड़ी का पहले ही पता चल गया था, लेकिन ब्रांड का नाम खराब न हो इसलिए वे अपने स्तर पर ही इसे सुलझाने की कोशिश करते रहे। लेकिन सरकारी बैंक के ग्राहक के साथ फ्रॉड हुआ तो मामला रिजर्व बैंक तक पहुंच गया और यह गड़बड़ी सामने आई। (Representative Image)
फिलहाल तो आप अपने पैसों के बचाव के लिए कुछ जरूरी कदम उठा ही लें। मसलन, आपने यदि अपने बैंक के अलावा किसी और बैंक के एटीएम से पैसे निकाले हैं या उसका इस्तेमाल किया है तो आप अपना पिन जरूर बदल लें। यही नहीं, यदि आपको अपने बैंक की तरफ से पिन बदलने के लिए मैसेज आया है तो यह काम जितनी जल्दी हो सके कर लें। (Representative Image)
यदि आपको इस गड़बड़ी के चलते नुकसान पहुंचा है तो भी न घबराएं। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक के नियम के मुताबिक यदि बैंक के सिस्टम की कमी के चलते ग्राहकों का पैसा चोरी होता है तो बैंक को वह पैसा अपने ग्राहक को लौटाना होगा। (Representative Image)
एक और जरूरी बात। यदि आपको किसी भी एटीएम मशीन की स्क्रीन पर दोबारा पिन डालने, 'सर्वर एरर' या 'सर्वर नॉट कनेक्टेड' जैसा मैसेज दिखाई देता है तो उस एटीएम को बिल्कुल इस्तेमाल न करें। दूसरों को मुसीबत से बचाने के लिए तुरंत संबंधित बैंक को इस गड़बड़ी की सूचना दें। यदि आपको पिन बदलने के लिए बैंक का संदेश आया है तो पिन बदलिए, और अगर बैंक का संदेश नहीं आया है तो भी पिन जरूर बदल लीजिए। (Representative Image)