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बीते मंगलवार रात पौने बारह बजे सावित्री नदी में अचानक पानी बढ़ जाने से महद तहसील का पोलादपुर हाईवे ब्रिज का करीब सत्तर फीसदी हिस्सा बह गया। अंग्रेजों के जमाने का यह पुल बेहद जर्जर हालत में था। इस पुल के टूट जाने की वजह से कई लोग वाहन समेत पानी में बह गए। बताया जा रहा है कि 40 से अधिक लोग लापता हैं।
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NDRF की टीम दो दिन से सावित्री नदी में लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई है। इस बीच रायगढ़ की कलेक्टर शीतल उगले ने बताया कि राज्य परिवहन की दो बसें भी लापता हैं। वहीं दापोली के समुद्री किनारे राज्य परिवहन के बस ड्राईवर एस एस काम्बले की बॉडी मिली। बॉडी के पास ही ड्राईवर का बैच मिला जिससे उसकी शिनाख़्त हो सकी। हालांकि चालकों या यात्रियों में से किसी से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।
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लापता लोगों में से 9 लोग एक कार में थे जबकि जयगढ़-मुंबई और राजापुर मुंबई राज्य परिवहन बस में क्रमश: 11 और 9 लोग सवार थे। हादसे में एक मोटर साइकिल भी बही है।
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बसों के अलावा पांच-छह अन्य वाहन भी लापता हैं, जिनके तटीय कोंकण क्षेत्र में 18 किलोमीटर दूर अरब सागर में बह जाने की आशंका है। लापता वाहनों की हवाई, स्थलीय व समुद्र मार्ग से तलाश की जा रही है। उगले ने कहा, "पुल का निर्माण ब्रिटिशकाल में किया गया था।
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राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन से चर्चा करने के बाद हमने यातायात को नजदीकी समानांतर पुल पर स्थानांतरित कर दिया है। हम अन्य वाहनों के लापता होने की खबरों की पुष्टि करने का प्रयास कर रहे हैं। स्थानीय सू्त्रों के अनुसार नदी में और भी कई वाहन बहे हैं और लापता लोगों की संख्या 45 से भी अधिक हो सकती है लेकिन स्थानीय प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
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आईसीजी ने बसों की तलाशी के लिए चेतक और सी किंग हेलीकॉप्टर्स सहित तीन हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है, जबकि एनडीआरएफ के तीन विशेष दल, पुलिस, दमकल विभाग तथा नौसेना के साथ तलाशी अभियान में शामिल हो गए हैं।
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हादसे के बाद से ही NDRF की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है। इस बीच फ़ायर ब्रिगेड लापता लोगों की तलाश में जुट गई है। एनडीआरएफ के डीजी ओ पी सिंह ने थोड़ी देर पहले इंडिया टीवी को बताया कि मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 50 मेंबर्स वाली एनडीआरएफ की एक टीम भेजी गईं हैं।
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बुधवार पूरी रात NDRF की टीम, नेवी, तटरक्षक जवानों और स्थानीय प्रशासन ने सावित्री नदी के 15 कि.मी. दे दायरे में लापता लोगों की तलाश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। दो शव ज़रुर मिले हैं लेकिन इनका हादसे से संबंध नही है।
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पुनर्वास मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि लापता वाहनों की खोजबीन के लिए हेलीकॉप्टर्स और रक्षा बलों की मदद ली जा रही है। हालांकि, पुलिस की सहायता से राहत कार्य शुरू हो चुका है। भीड़ को देखते हुए पास बने नए ब्रिज से गाड़ियों को पास करवाया जा रहा है, जिससे फिलहाल ट्रैफिक की हालत सुधर रही है।